रायपुर। राजधानी के स्वास्थ्य अधिकारियों ने माना है कि निजी अस्पताल आयुष्मान योजना के तहत आरक्षित बिस्तर मरीजों को उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं। इसके लिए विभाग कार्रवाई की बात तो कहता है, लेकिन अब तक इसका व्यापक असर नहीं दिख रहा है। इधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आयुष्मान योजना के तहत कोविड मरीजों के इलाज के लिए पैकेज में कई खामियों की वजह से ऐसी स्थिति निर्मित होने की बात कही है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि नियम के मुताबिक कोविड के इलाज की अनुमति प्राप्त निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना के तहत हितग्राहियों को भी 20 फीसद बिस्तर देना है, लेकिन निजी अस्पताल इसकी अनदेखी कर रहे हैं। यहां आयुष्मान योजना के अधिकांश हितग्राहियों को निश्शुल्क इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है।
अस्पताल प्रबंधक अधिक कमाई के चक्कर में नियम को भूल गए हैं और प्रशासन भी उदासीन बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक लगातार सामने आती शिकायतों के बीच जिला स्वास्थ्य विभाग ने समिति बनाई है। इसमें 15 सदस्य हैं। जो अस्पतालों में जाकर योजना के तहत कोविड मरीजों के इलाज की सूचना अस्पतालों में चस्पा करा रहे साथ ही खामियां मिलने पर उन्हें नोटिस जारी किया जा रहा है।
योजना के पैकेज मव खामियां, इसलिए आ रही दिक्कत
आइएमए द्वारा कहा गया है कि आयुष्मान योजना के तहत 20 फीसद बिस्तर आरक्षित कर हितग्राहियों को लाभ की बात की जा रही है। लेकिन इस पैकेज में खामियां है। बिस्तरों के लिए जारी शुल्क और योजना के पैकेज में इलाज की राशि अलग है। इधर दवाओं और अन्य जांच की स्थिति को लेकर भी सवाल है। इसे लेकर आइएमए और स्वास्थ्य विभाग की बैठक हुई।
इसमें सम्बंधित बिंदुओं समेत मरीजों को आ रही व्यवहारिक दिक्कतों को भी बताया गया। बैठक में स्वास्थ्य सेवाएं संचालक नीरज बंसोड़, उपसंचालक प्रशांत श्रीवास्तव, स्वास्थ्य बीमा के राज्य नोडल अधिकारी डा. श्रीकांत राजिमवाले, सीएमएचओ डा. मीरा बघेल, आइएमए छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष डा. महेश सिन्हा, प्रदेश हास्पिटल बोर्ड अध्यक्ष डा. राकेश गुप्ता उपस्थित थे।
अब तक पांच हज़ार लोगों को लाभ
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आयुष्मान योजना के अन्तर्गत अब तक प्रदेश के शासकीय एवं पंजीकृत निजी अस्पतालों में कोविड संक्रमण से पीड़ित पांच हजार 157 मरीजों का इलाज किया गया है। राज्य शासन ने उक्त दोनों योजनाओं के हितग्राहियों के लिए अस्पताल में उपलब्ध कुल बिस्तरों में से 20 प्रतिशत बिस्तर आरक्षित करने के निर्देश दिए है। लेकिन वर्तमान स्थिति में अस्पतालों में योजना का लाभ नाम मात्र ही मिलता दिख रहा है।
वर्जन
आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए गाइड लाइन जारी की गई है। सभी पंजीकृत अस्पतालों को गाइड लाइन का हर हाल में पालन करना है। इसमें लापरवाही या शिकायत पर नियमानुसार कार्रवाई होगी। जिन्हें लाभ ना मिल रहा हो स्वास्थ्य विभाग या 104 पर काल कर शिकायत कर सकते हैं।
- डॉ. श्रीकांत राजिमवाले, राज्य नोडल अधिकारी, स्वास्थ्य बीमा योजना
वर्जन
प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना के इलाज की व्यवस्था के तहत आयुष्मान योजना के हितग्राहियों के लिए 20 फीसद बिस्तर आरक्षित करना है। जो अधिकांश अस्पतालों में योजना का लाभ ना मिलने की बात सामने आ रही है। जांच के लिए हमने जिला स्तर पर समिति बनाई है। शिकायत मिलने पर उक्त अस्पतालों पर कार्रवाई होगी।ब
- डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ, जिला- रायपुर