रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
हवाई यात्रा के मामले में उद्योग या कार्पोरेट से जुड़े लोगों को बड़ी राहत दी गई है। इस राहत के तहत दो दिन होटल में रुकने के बाद ये यात्री वापस लौट सकते हैं। इसका फायदा उन लोगों को मिलेगा, जो किसी जरूरी काम के सिलसिले में एक-दो दिन या कुछ घंटों के लिए ही रायपुर आ रहे हैं। हवाई यात्रा से आने वाले अधिकारी-कर्मचारी चयनित किए गए 18 होटलों में ही रुकेंगे। बताया जा रहा है कि अगर उनके पास वापसी का टिकट है तो वे उसी दिन भी लौट सकते हैं। लेकिन बाहर से आने वाले उस अधिकारी या कर्मचारी के पास वापसी के टिकट के साथ ही यहां आने का कारण भी बताना होगा।
दूसरी ओर इंडिगो एयरलाइंस की रायपुर-कोलकाता फ्लाइट भी एक जून से शुरू होने वाली है। कंपनी ने इसकी बुकिंग भी शुरू कर दी है। यह फ्लाइट भी सोमवार 25 मई से शुरू होने वाली थी, लेकिन बाद में इसे 31 मई तक रद कर दिया गया। सोमवार से शुरू हुई उड़ान सेवाओं में पांच दिनों में बाहर से आने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जबकि रायपुर से बाहर जाने वाले यात्री घटे हैं। सोमवार से शुक्रवार तक पांच दिनों में बाहर से 2568 यात्री आए हैं और केवल 1383 यात्री रायपुर से बाहर गए हैं। बताया जा रहा है कि मुख्य रूप से दिल्ली और बेंगलुरू से आने वाले यात्री ज्यादा हैं। हवाई यात्री इन दिनों कोरोना संक्रमण के चलते पीपीई किट और मास्क पहनकर उड़ान भर रहे है। रायपुर विमानतल में पहुंचने पर हवाई यात्रियों की जांच के साथ ही उनके लगेज को भी सैनिटाइज किया जा रहा है।
दूसरे यात्रियों को रहना होगा 14 दिन होम क्वारंटाइन
दूसरी ओर बाहरी क्षेत्रों से आने वाले हवाई यात्रियों को विमानतल में जांच के बाद सामान्य पाए जाने पर 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में भेजा जाएगा।
बिजली व्यवस्था की जांच में रायपुर विमानतल हुआ पास, दो साल बढ़ी अवधि
स्वामी विवेकानंद विमानतल में पूरी बिजली व्यवस्था के साथ ही उपकरणों के रखरखाव में ट्रांसफार्मर, डीजी सेट, कैपिसीटर पैनल, एचवीएसी पैनल सहित पूरी बिजली व्यवस्था दुरुस्त है। पिछले दिनों सेन्ट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी की टीम यहां जांच करने पहुंची थी। विमानतल के निदेशक राकेश सहाय ने बताया कि यह टीम पूरी बिजली की सप्लाई और उपकरणों के रखरखाव से पूरी तरह संतुष्ट होकर गई। टीम ने इसके साथ ही स्वामी विवेकानंद विमानतल की बिजली व्यवस्था को दो साल के लिए बढ़ा दिया है।