रायपुर (राज्य ब्यूरो)। 508 करोड़ रुपये से ज्यादा के महादेव ऐप सट्टा मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से रायपुर की विशेष अदालत में पेश किए गए पूरक आरोप पत्र में बघेल के नाम का जिक्र आया है। ED सूत्रों के अनुसार उनका बयान दर्ज करने के लिए उन्हें बुलाया जा सकता है। वहीं पूरे मामले को बघेल ने राजनीतिक साजिश बताया है।
ED ने महादेव एप सट्टेबाजी मामले में हाल ही में दायर पूरक आरोपपत्र में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम का जिक्र किया है। आरोपपत्र में जेल में बंद कैश कूरियर असीम दास के पूर्व में दिए गए बयान के हवाले से कहा गया है कि महादेव एप का पैसा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए ही भेजा गया था। यह भी दावा किया गया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान भूपेश के लिए महादेव एप सट्टा प्रमोटर्स की तरफ से 508 करोड़ रुपये भेजे गए थे।
ED ने एक दिसंबर को पूरक आरोपपत्र पेश किया है। जिसमें केश कूरियर असीम दास के पूर्व में दिए गए बयान को दबाव में दिया गया बताया गया है। ED का दावा है कि दास का तीन नवंबर को दिया गया पहला बयान सही था, जिसमें बघेल को करोड़ों रुपये देने की बात कही थी। मामले की रायपुर की विशेष अदालत में 10 जनवरी को सुनवाई हो सकती है। इसके पहले एप के प्रमोटर शुभम सोनी ने वीडियो प्रसारित कर दावा किया था कि वह महादेव एप का मालिक है। पूछताछ में पता चला है कि असीम दास को 25 अक्टूबर 2023 को शुभम ने दुबई बुलाया था।
ED राजनीतिक षड़यंत्र के तहत कूटरचना कर मेरे व मेरे सहयोगियों के ख़िलाफ़ बयान दिलवा रही है। पैसों के लेनदेन से संबंधित बयान निराधार हैं। यह किस दबाव में हो रहा है, उसे सब जानते हैं।महादेव एप के खिलाफ उनकी सरकार ने ही कार्रवाई शुरू कराई थी।
भूपेश बघेल- पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
ED ने कार्रवाई की है। इसके बारे में मैं कुछ कहूं ये विषय नहीं है। बात ये है कि किसकी चार्जशीट में किसका नाम है। जो गुनहगार होगा उसका नाम होना स्वाभाविक है।
विजय शर्मा, उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री छत्तीसगढ़