रायपुर। Raipur News प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब महादेव बुक एप के आरोपितों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। राज्य में ईडी ने पहली बार आनलाइन सट्टा कारोबार से जुड़े सटोरिये के ठिकानों पर दबिश दी। सोमवार को रायपुर, दुर्ग-भिलाई के एक दर्जन स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए ईडी दस्तावेजों की जांच-पड़ताल कर रही है। सीआरपीएफ जवानों की टीम के साथ ईडी की टीम तड़के सुबह पहुंची। राजधानी के प्रीमियम कालोनियों में छापेमारी से ही खलबली मच गई।
यहां स्वर्णभूमि निवासी में पीयूष भाटिया के निवास पर और भाठागांव स्थित वालफोर्ट सिटी में रहने वाले सतीश चंद्राकर के फ्लैट में टीम पहुंची। सतीश को महादेव एप के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर का करीबी बताया जाता है। इसके साथ ही रायपुर के सदर बाजार में दो सराफा शो-रूम के साथ ही अशोका रतन में रहने वाले सराफा कारोबारी अनिल दमानी व सुनील दमानी के निवास पर टीम जांच कर रही है। राजधानी में ही मौदहापारा निवासी कबाड़ी युसुफ पोट्टी के निवास पर ईडी ने पूछताछ की। उल्लेखनीय है कि ईडी ने महादेव बुक एप के मामले पर पहली बार 9 सितंबर 2022 को दुर्ग पुलिस को चिट्ठी लिखकर चार्जशीट की कापी मांगी थी। इसके बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एफआइआर दर्ज की गई थी।
मास्टरमाइंड के भाई के घर पर पहुंची टीम
ईडी ने भिलाई में करीब पांच ठिकानों पर छापा मारा। महादेव एप के मास्टरमाइंड रवि उप्पल के भाई रोहित उप्पल के घर पर दस्तावेजों की जांच की जा रही है। यहां ईडी की टीम को अहम दस्तावेज मिलने की संभावना है। इसके साथ ही भिलाई के शांति नगर स्थित जमीन कारोबारी सतनाम सिंह, वैशाली नगर निवासी सागर सिंह, भिलाई के ही फरीद नगर में रहने वाले मो. सद्दाम उर्फ बच्चा खान व भिलाई के सूर्याविहार निवासी दिलीप चंद्राकर घर पर छापा मारा गया है। सतीश चंद्राकर के दुर्ग स्थित पदभनाभपुर में भी ईडी की टीम तैनात है।
देशभर में फैला जाल, अब तक 500 लोगों की गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक महादेव एप का जाल देशभर में फैला हुआ है। इस मामले में अब तक छत्तीसगढ़ में 500 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें रायपुर के 200 और दुर्ग-भिलाई के लगभग 300 सटोरिए शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक पिछले एक वर्ष के भीतर महादेव एप के जरिए 5000 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ है। पुलिस ने जांच में 15 हजार से अधिक बैंक खाते के साथ ही कार्पोरेट खातों की जांच की है। महादेव एप के मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर व रवि उप्पल दुबई से आनलाइन सट्टा के कारोबार का संचालन करते हैं। ईडी सूत्रों के मुताबिक कार्पोरेट खातों के जरिए कालेधन को विदेश भेजा जा रहा है। यह जांच का विषय है।