Dussehra 2021: रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा दशहरा पर्व राजधानी रायपुर की डब्ल्यूआरएस कालोनी में मनाया जाता है, जहां हर साल 105 फीट ऊंचा रावण का पुतला और 85-85 फीट के मेघनाद-कुंभकर्ण के पुतले जलाए जाते हैं। इस साल कोरोना गाइडलाइन में दशहरा पर्व को सादगी से मनाए जाने की अनुमति दी गई है। इसके चलते रावण का पुतला 50 फीट तक का ही बनाया जा रहा है। इस बार रावण के पुतले का दहन तो किया जाएगा, लेकिन मेघनाद-कुंभकर्ण के पुतले नहीं जलाए जाएंगे।
डब्ल्यूआरएस कालोनी सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति के प्रमुख विधायक कुलदीप जुनेजा ने बताया कि इस साल कोरोना महामारी को देखते हुए दशहरा पर्व को सादगी से मनाएंगे। प्रशासन के आदेश के अनुरूप रावण के पुतले की ऊंचाई रखी जाएगी। साथ ही मेघनाद-कुंभकर्ण के पुतले नहीं जलेंगे।
10 से अधिक इलाकों में रावण पुतला दहन
राजधानी में शंकर नगर बीटीआइ ग्राउंड, कटोरातालाब, सप्रे शाला मैदान, चौबे कालोनी, मठपारा के रावणभाठा मैदान, छत्तीसगढ़ नगर, रामकुंड समेत 10 इलाकों में रावण पुतला का दहन करने की तैयारी शुरू हो चुकी है। केवल डब्ल्यूआरएस कालोनी और रावणभाठा में ही 50 फीट तक का पुतला बनाया जा रहा है। अन्य इलाकों में 25 से 30 फीट का पुतला जलेगा।
विधायक-महापौर ने लिया जायजा
दशहरा उत्सव की तैयारियों का निरीक्षण करने विधायक श्रीजुनेजा, महापौर एजाज ढेबर, कलेक्टर, निगम आयुक्त, पुलिस अधीक्षक समेत अनेक अधिकारी डब्ल्यूआरएस कालोनी पहुंचे। दशहरा पर्व पर उमड़ने वाली भीड़ को कम करने और पार्किंग व्यवस्था, मंच व्यवस्था पर चर्चा करके व्यवस्थित रखने का आदेश दिया। आयोजन स्थल पर सफाई, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, बेरिकेटिंग, फायर ब्रिगेड, आकस्मिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने और किसी भी तरह की परेशानी न हो इस पर भी चर्चा की।
इसके बाद रावण पुतला दहन स्थल पर भूमिपूजन किया। पूजा के दौरान पूर्व पार्षद संजय पाठक, राधेश्याम विभार, नागभूषण राव यादव, आकाश तिवारी, एल्डर मेन सुनील भुवाल, संजय सोनी, सत्तू सिंह, राकेश वाकड़े, शरण ठाकुर, कमल धृतलहरे, श्याम सिक्का, राकेश नाडगे, सागर तांडी, डी. श्रीनिवास मौजूद रहे।