
0 करोड़ों की धोखाधड़ी मामले में फंसे मॉल के डायरेक्टर नारायण खंडेलवाल की अब जेल में कटेगी रात
0 जमीन बंधक रखकर यूको, पीएनबी से 135 करोड 22 लाख रुपये का लोन लेकर नहीं चुकाने का मामला
0 दुकान बेचने के नाम पर कई करोबारियों से करोड़ों की ठगी
रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
सेंट्रल इंडिया के सबसे बड़े ट्रेजर आईलैंड मॉल रायपुर में बनाने का सपना पाल रहे डायरेक्टर नारायण खंडेलवाल को क्राइम ब्रांच ने करोड़ों की ठगी के मामले में इंदौर स्थित उसके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया। रविवार को नारायण को ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाया गया। उस पर राजधानी के यूको बैंक और पीएनबी से 135 करोड़ 22 लाख रुपये का लोन लेकर किश्त नहीं पटाने का आरोप है। यह भी कि नारायण और उसके पार्टनर्स ने शहर के कई कारोबारियों को लोन मुक्त जगह बताकर करोड़ों रुपये लेकर दुकान बेची। इससे पहले कि कारोबारी दुकान पर काबिज हो पाते, लोन का भुगतान नहीं करने पर बैंक ने जोरा में ढाई एकड़ जमीन पर निर्माणाधीन मॉल को 31 जनवरी 2014 को अपने आधिपत्य में ले लिया।
एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि वर्ष 2012 में तेलीबांधा थाना क्षेत्र के जोरा में ट्रेजर आईलैंड मॉल का निर्माण इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के 1303, फ्लैट नंबर एक निवासी नारायण खंडेलवाल (38) ने शुरू किया। उसने मॉल की जमीन को 1 जुलाई 2013 में यूको बैंक में बंधक रखकर 82 करोड़ 56 लाख 41 हजार रुपये और पीएनबी में 31 मार्च 2013 को बंधक रखकर 52 करोड़ 65 लाख 64 हजार रुपये लोन लिया था।
पेशे से ट्रांसपोर्टर समता कालोनी निवासी हितेश मित्तल ने मॉल के डायरेक्टर अविनाश हसीजा, योगेश गोस्वामी एवं नारायण खण्डेलवाल के साथ कविता नगर निवासी अधिकृत प्रतिनिधि सीके बावरिया के खिलाफ तेलीबांधा थाने में मॉल में दुकान बेचने के नाम पर 67 लाख 43 हजार 66 रुपये ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। हितेश के मुताबिक 30 मार्च 2013 को उसके नाम पर मल्टीपेक्स काम्पलेक्स के द्वितीय तल की दुकान क्रमांक यूनिट एस 06 की रजिस्ट्री करा दी गई थी, लेकिन दुकान का कब्जा देने में टालमटोल किया जा रहा था। 31 जनवरी 2014 को जब हितेश दुकान को देखने पहुंचा तब उसे पता चला कि बैंक ने आधिपत्य में ले लिया है।
मैनेजर ने बैंक से एनओसी दिलाने का किया था वादा
हितेश के मुताबिक मॉल संचालकों ने दुकान खरीदने पर यह शर्त रखी थी कि जो निवेश करेगा उसे 10 फीसद रकम वापसी का लाभ दिया जाएगा। लेकिन न दुकान मिली न पैसे वापस किए गए। 19 मई 2014 को आईलैंड के मैनेजर सैयद अहमद ने लिखकर दिया था कि जल्द बैंक से एनओसी दे देंगे। जब दुकान का कब्जा नहीं मिला तब उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई। हितेश के अलावा कई और कारोबारियों से ट्रेजर आईलैंड के संचालक और उसके पार्टनर्स ने करोड़ों की ठगी की है। लिहाजा अब बाकी डायरेक्टर्स पर भी कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी पुलिस ने की है।
दो दिन की रिमांड पर
नारायण खंडेलवाल को पुलिस ने रविवार को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया। रायपुर ट्रेजर आईलैंड नाम से कंपनी बनाकर मॉल का निर्माण छह साल पहले शुरू किया गया था। इसे देश का सबसे बड़ा मॉल बताया जा रहा है। मॉल की ब्रांच तुकोगंज मेन रोड इंदौर में भी है।