Raipur: कला केंद्र में सिंगिंग, डांसिंग के साथ पेंटिंग की ले सकते हैं ट्रेनिंग, CM साय आज करेंगे इस सेंटर का लोकार्पण
Raipur Art Center: ज्ञान का केंद्र बिंदु के रूप में पहचान बना रही राजधानी को अब कला केंद्र के रूप में भी पहचान मिलेगी। नालंदा परिसर स्वीमिंग पूल के पीछे कला केंद्र का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Sun, 10 Mar 2024 11:59:40 AM (IST)
Updated Date: Sun, 10 Mar 2024 11:59:40 AM (IST)
HighLights
- अब कला का केंद्र बनेगी राजधानी रायपुर
- विविध विधाओं का मिलेगा प्रशिक्षण
रायपुर। Raipur Art Center: ज्ञान का केंद्र बिंदु के रूप में पहचान बना रही राजधानी को अब कला केंद्र के रूप में भी पहचान मिलेगी। नालंदा परिसर स्वीमिंग पूल के पीछे कला केंद्र का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। परिसर में अलग-अलग प्रशिक्षण कक्ष तैयार किए गए हैं, जहां ड्राइंग, मूर्तिकला, गायन, शास्त्रीय नृत्य, वेस्टर्न डांस, आर्ट एंड क्राफ्ट, तबला, हारमोनियम, ड्रम, की-बोर्ड इत्यादि वाद्य यंत्र सहित अन्य कलाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कला केंद्र परिसर में गाने की रिकार्डिंग के लिए रिकार्डिंग कक्ष का भी निर्माण किया गया है। परिसर के मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की समय-समय पर प्रस्तुति की सुविधा भी रहेगी। छोटे बच्चों से लेकर युवा यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। रविवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कला केंद्र का उद्घाटन करेंगे।
300 प्रतिभागी ले सकेंगे प्रशिक्षण
कला केंद्र के प्रारंभ होने से कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने और निखारने के लिए एक मंच उपलब्ध हो सकेगा। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बताया कि इसमें गायन-वादन, नृत्य कला के साथ ही पेंटिंग, ड्राइंग और मेहंदी कला का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। शास्त्रीय के साथ आधुनिक पैटर्न के वाद्य यंत्रों की भी व्यवस्था की जाएगी। संस्कृति विभाग के सहयोग से वाद्ययंत्रों के वादन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। लगभग 12 विधाओं में 300 प्रतिभागी अपनी रुचि के अनुसार कला का प्रशिक्षण ले सकते हैं। इसके अलावा यहां म्यूजिक रिकार्ड करने के लिए अत्याधुनिक रिकार्डिंग रूम भी तैयार किया गया है।
राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाना है लक्ष्य
स्मार्ट सिटी के आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने बताया कि जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी के प्रयास से कला केंद्र का निर्माण किया गया है। इसका उद्देश्य कला प्रशिक्षण देने के साथ उन्हें राष्ट्रीय स्तर तक पहचान दिलाना है। विधा का प्रशिक्षण देने के साथ मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से परिसर को यूथ हब पैटर्न पर विकसित किया गया है। रूचि बढ़ाने के लिए भवनों की दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग की गई है। लोकार्णण के बाद जल्द प्रशिक्षण के लिए पंजीयन कराया जा सकेगा।