भिलाई। Bhilai Steel Plant: लंबित वेतन समझौता, सुविधाओं में कटौती और श्रम कानूनों में बदलाव के खिलाफ 26 नवंबर को राष्ट्रीय हड़ताल है। भिलाई इस्पात संंयंत्र-बीएसपी सहित सेल इकाइयों में हड़ताल का आह्वान किया गया है। बीएसपाी के करीब 40 हजार से ज्यादा कार्मिक हड़ताल पर जा सकते हैं। इसलिए देर रात से ही कर्मियों को ड्यूटी बुला लिया गया है। संयंत्र का प्रवेश द्वार खुला रहेगा,जबकि निकास द्वार सुबह छह बजे से बंद कर दिया जाएगा।
लौह अयस्क खदान दल्ली-राजहरा, चूना खदान नंदिनी और डोलोमाइट खदान हिर्री में भी हड़ताल होनी है। डिप्लोमा इंजीनियर भी हड़ताल में शामिल होने जा रहे हैं। इसके अलावा बीएसएनएल, डाक, बैंक के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल होंगे। इस वजह से प्रमुख सेवाओं पर असर पड़ना तय है।
भारतीय इस्पात प्राधिकरण-सेल ने हड़ताल को विफल करने के लिए रणनीति बना ली है। सुबह आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को रात में ही बुला लिया गया है। समय से पहले कार्मिकों को कार्यस्थल पर पहुंचने को बोल दिया गया है। साथ ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भी संयुक्त ट्रेड यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। इधर, कर्मचारी यूनियनों ने भिलाई इस्पात संयंत्र के कोक ओवन, रेल मिल, यूनिवर्सल रेल मिल, प्लेटमिल, बीआरएम, स्टील मेल्टिंग शाप, ओर हैंडलिंग प्लांट आदि का दौरा कर हड़ताल को सफल बनाने के लिए कर्मियों से समर्थन मांगा है।
अधिकारियों का मिल रहा मौन समर्थन
हड़ताल को सफल बनाने के लिए ट्रेड यूनियन के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। हर गेट पर यूनियनों की जिम्मेदारी दी गई है। बकायदा टेंट लगाए जाएंगे। कोक ओवर, मिल एरिया में दौरा करने पहुंचे यूनियन नेताओं का कहना है कि अधिकारियों का भी मौन समर्थन मिल चुका है। इस बार की हड़ताल सफल होनी है। स्टील एग्जीक्यूटिव फेडरेशन आफ इंडिया-सेफी और डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन का भी समर्थन मिल चुका है। दोनों वर्ग सरकार और सेल की नीतियों से परेशान हो चुके हैं। इसलिए हड़ताल को समर्थन कर रहे हैं।
यूनियनों को प्रशासन ने समझाया, न होने पाए हंगामा
हड़ताल से पूर्व जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने ट्रेड यूनियन के पदाधिकारियों के साथ संवाद स्थापित किया। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन के जिम्मेदारी अधिकारी की मौजूदगी में घंटों बैठक चली। कोतवाली कंट्रोल रूम में हड़ताल के दौरान किसी तरह का हंगामा न करने की सलाह दी गई है। शांति पूर्वक हड़ताल की समझाइश दी गई है।
सीआइएसएसफ के जवान भी संभाले रहेंगे मोर्चा
एसडीएम और सीएसपी के अलावा जामुल, खुर्सीपार, भठ्ठी थाना, कोतवाली, नंदिनी आदि थाने के थानेदार भी मौजूद रहे। किसी तरह के हंगामा को रोकने के लिए सड़क को जाम न करने की हिदायत दी गई है। बीएसपी के हर गेट पर पुलिस बल तैनात किया जाएगा। सीआइएसएसफ के जवान भी मोर्चा संभाले रहेंगे। संयंत्र के प्रवेश द्वार पर सीआइएसएफ जवानों की संख्या बढ़ाई गई है। संयंत्र के बाहर पुलिस मोर्चा संभालेगी। बैठक मेें औद्योगिक संबंध विभाग के महाप्रबंधक सूरज सोनी के अलावा इंटक से एसके बघेल, संजय साहू, सीटू से एसपी डे, सविता मालवीय, इस्पात श्रमिक मंच से राजेश अग्रवाल, एटक से विनोद कुमार सोनी, एचएमएस से प्रमोद कुमार मिश्र, एक्टू बृजेंद्र तिवारी, लोइमू कलादास डहरिया शामिल हुए।