रायपुर (नईदुनिया, राज्य ब्यूरो)। Chhattisgarh Political News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग स्थित डा. चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कालेज के अधिग्रहण के राज्य सरकार के फैसले को लेकर भाजपा ने राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घेराबंदी शुरू कर दी है। दो केंद्रीय मंत्रियों पियूष गोयल व ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री राजवर्धन सिंह राठौर ने ट्वीट करके सीएम भूपेश बघेल पर जनहित की आड़ में परिवार को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है। वहीं भूपेश ने आरोपों को काल्पनिक करार देते हुए चुनौती दी है कि अगर जनहित का सवाल होगा तो सरकार निजी मेडिकल कालेज भी खरीदेगी और नगरनार का संयंत्र भी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि यह प्रदेश के एक मेडिकल कालेज और सैकड़ों छात्रों के भविष्य को बचाने का प्रयास है। इससे एक नया मेडिकल कालेज बनाने का समय बचेगा व हर साल प्रदेश को डेढ़ सौ डाक्टर मिलेंगे। जहां तक रिश्तेदारी और निहित स्वार्थ का सवाल है तो मैं अपने प्रदेश की जनता को यह बताना चाहता हूं कि भूपेश बघेल उनके प्रति उत्तरदायी हैं और उन्होंने हमेशा पारदर्शिता के साथ राजनीति की है। सरकार में भी हमेशा पारदर्शिता ही होगी। उन्होंने कहा कि सौदा होगा तो सब कुछ साफ हो जाएगा। हम सार्वजनिक क्षेत्र के पक्षधर लोग हैं और रहेंगे। हम उनकी तरह जनता की संपत्ति बेच नहीं रहे हैं।
अधिग्रहण करने को विस में पेश होगा विधेयक
संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि प्रदेश की पूरी जनता, छात्रों के हित और प्रदेश में तेजी से चिकित्सा शिक्षा के विस्तार के उद्देश्य से अधिग्रहण का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर किसी चिकित्सा कालेज की अधोसंरचना को तैयार करने में ही करीब 500 करोड़ रुपये और काफी समय लग जाता है। मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से मान्यता प्राप्त 150 सीट वाले चंदूलाल चंद्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय दुर्ग के अधिग्रहण से केवल आधी लागत में ही एक और शासकीय मेडिकल कालेज का लाभ प्रदेश की जनता को तत्काल मिल सकेगा। बता दें कि 20 जुलाई को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इस चिकित्सा महाविद्यालय के अधिग्रहण विधेयक के प्रारूप का अनुमोदन किया गया है।
केंद्रीय नेताओं ने लगाया आरोप- दामाद का कालेज बचाने की प्रयास
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश प्रदेश की राशि का उपयोग अपने दामाद के लिए करने जा रहे हैं, वो भी एक ऐसे मेडिकल कालेज जिस पर धोखाधड़ी के आरोप मेडिकल कौंसिल आफ इंडिया की ओर से लगाए गए थे। कौन बिकाऊ है और कौन टिकाऊ, इसकी परिभाषा अब साफ है। वहीं गोयल ने ट्वीट किया है कि कर्ज में डूबे कालेज का अधिग्रहण कर जनता के पैसे का दुरुपयोग करना सरासर धोखा है। छत्तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि राज्य के विकास के लिए है। राठौर ने कहा है कि कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ में मेडिकल कालेज के अधिग्रहण के लिए कानून ला रही है। इसका स्वामित्व सीएम के रिश्तेदारों के पास है।
हमारे परिवार से संबंध नहीं
डाक्टर चंदूलाल चंद्राकर के पौत्र अमित चंद्राकर के अनुसार अस्पताल के डायरेक्टर डाक्टर एम. पी. चंद्राकर हैं। हमारे परिवार से उनका कोई संबंध नहीं है। डाक्टर एमपी चंद्राकर के छोटे भाई विजय चंद्राकर के पुत्र के साथ भूपेश बघेल की पुत्री का विवाह हुआ है। यह भी सच्चाई है कि विजय चंद्राकर का मेडिकल कालेज से कोई संबंध नहीं है।
कौन हैं डा. चंदूलाल चंद्राकर
डा. चंदूलाल चंद्राकर का जन्म 1920 में हुआ था। वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पत्रकार और राजनेता थे। दुर्ग लोकसभा सीट से पांच बार सांसद चुने गए थे। केंद्र सरकार में डा. चंदूलाल चंद्राकर दो बार राज्यमंत्री रहे। अविभाजित मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। वर्ष 1995 में उनका निधन हुआ था।