रायपुर (राज्य ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ की गौरवशाली संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी सरकारी कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को प्रमुखता के साथ स्थान देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया है।
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है कि छत्तीसगढ़ का वैभव, संपन्न्ता हमारे किसानों से है। उनकी खुशहाली में छत्तीसगढ़ महतारी का ही आशीर्वाद है। हमने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को सभी शासकीय कार्यक्रमों में प्रमुखता से स्थान देने का निर्णय लिया है, जिससे कि हमें हमारी माटी के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति का स्मरण हो सके। बता दें कि मुख्यमंत्री की पहल पर सरकारी कार्यक्रमों की शुरुआत राज्यगीत अरपा पैरी के धार... से की जा रही है। पिछले कुछ दिनों से राज्यस्तरीय सभी सरकारी कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो लगाई जा रही है।
राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान बनी थी तस्वीर
इतिहासकार प्रोफेसर रमेंद्रनाथ मिश्र बताते हैं कि छत्तीसगढ़ अलग राज्य बनाने के लिए चले आंदोलन के दौरान यह तस्वीर पहली बार सामने आई थी। रायपुर के घड़ी चौक के करीब एक हजार दिनों का धरना चला था। इस आंदोलन के दौरान छत्तीसगढ़ महतारी शब्द का प्रयोग और उनके स्वरूप की कल्पना की गई थी। उन्होंने बताया कि इस तस्वीर को कौन बनाया, यह निश्चित बता पाना संभव नहीं है, लेकिन इसे एक से अधिक लोगों ने बनाया था।
छत्तीसगढ़ का वैभव, संपन्नता हमारे किसानों से है, उनकी खुशहाली में छत्तीसगढ़ महतारी का ही आशीर्वाद है ।
हमने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को सभी शासकीय कार्यक्रमों में प्रमुखता से स्थान देने का निर्णय लिया है, जिससे कि हमें हमारी माटी के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति का स्मरण हो सके। pic.twitter.com/Tu9ju9NYW4
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) June 18, 2022