By Ashish Kumar Gupta
Edited By: Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Tue, 01 Nov 2022 04:22:31 PM (IST)
Updated Date: Tue, 01 Nov 2022 04:22:31 PM (IST)
विकास सोनी। रायपुर। Chhattisgarh Foundation Day 2022: पृथक छत्तीसगढ़ राज्य अब 22 का हो गया है। तरुणाई की ऊर्जा के साथ यह विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर है। रायपुर शहर की बात करें तो दो दशक में इसकी सीमा 126 वर्ग किमी से 178 वर्ग किमी तक पहुंच गई। इसके आसपास के छोटे-छोटे 32 गांव भी अब शहर का हिस्सा बन गए हैं। राजधानी में जहां पहले पांच जोन के जरिए ही नगर निगम प्रशासन करता था, वहीं अब दोगुना यानी 10 जोन हो गए हैं।
निगम के राजस्व में भी चार गुना तक बढ़ोतरी हुई है। पहले जहां रायपुर निगम को राजस्व की आपूर्ति 50 करोड़ रुपये की होती थी, वह अब 200 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गई है। वहीं लोगों के बसने के लिहाज से रायपुर देशभर में अब सातवें नंबर पर पहुंच गया है। इसका मूल कारण है कि सुविधाओं के विस्तार से लेकर जन सामान्य तक हर वह जरूरी संसाधन उपलब्ध कराना, जो कि जीवन यापन के लिए जरूरी है।
सिंगल लेन से सिक्स लेन तक की सड़कें
राज्य स्थापना के समय रायपुर की सड़कें सिंगल लेन हुआ करती थीं, जिसमें शंकर नगर जैसे पाश इलाके से लेकर शहर के अन्य मुख्य मार्ग भी शामिल हैं, लेकिन अब शंकर नगर सहित गौरव पथ व अन्य मुख्य मार्गों की चौड़ाई फोर लेन तक हो गई है, जबकि चारों ओर रिंग रोड से शहर घिरा हुआ है और रायपुर से होकर कहीं जाने के लिए लोगों को शहर के ट्रैफिक में नहीं फंसना पड़ता है।
तीन साल में ही आठ नई पानी टंकियों की सौगात
स्थापना के दौरान शहर के लोगों को जल आपूर्ति के लिए 12-15 टंकियां थीं। वहीं उस दौरान लगभग 150 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति भी किसी तरह की जाती थी, लेकिन अब शहर में 42 टंकियों से रोजाना 240 एमएलडी पानी की सप्लाई की जा रही है। वहीं फिल्टर प्लांट की क्षमता भी इसी के साथ ही निरंतर बढ़ रही है।
फैक्ट फाइल
सन 2000 का रायपुर-2022 का रायपुर
126 वर्ग किमी का था रायपुर का दायरा- 178 वर्ग किमी अब शहर का क्षेत्रफल
5 जोन का नगर निगम सन 2000 में- 10 जोन बन गए 2022 तक
50 करोड़ था 2000 में रायपुर का राजस्व- 200 करोड़ रुपये 2022 में पहुंचा राजस्व
निगरानी की कोई व्यवस्था नहीं- 194 करोड़ के आइटीएमएस से शहर की निगरानी
एक भी कैमरे नहीं- 538 कैमरे शहर के विभिन्ना चौक चौराहों पर
अविकसित गार्डन- 50 से ज्यादा नए गार्डन किए विकसित
तालाबों की बदहाल स्थिति- 37 से ज्यादा तालाबों का हुआ संरक्षण
शहर के विकास की गवाही देते कुछ निर्माण
- जवाहर बाजार
- इनडोर व आउटडोर स्टेडियम
- अंतरराष्ट्रीय हाकी मैदान
- अंतरराष्ट्रीय स्वीमिंग पूल
- अंतरराज्यीय बस टर्मिनल
- लक्ष्मण झूला
- बूढ़ातालाब
- मरीन ड्राइव
- कोतवाली
- नालंदा परिसर
- दो-दो मल्टीलेवल पार्किंग
- सेंट्रल लाइब्रेरी
- आक्सीजोन
- कामकाजी महिलाओं का हास्टल
- एक्सप्रेस-वे
- रिंग रोड
- केनाल रोड
- कृष्ण कुंज
- कचरा निष्पादन के लिए संकरी का प्लांट
- नदी को गंदा होने से बचाने के लिए बने एसटीपी
- स्क्वैश कोर्ट
- अंतरराष्ट्रीय टेनिस कोर्ट