रायपुर। राज्य ब्यूरो। Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक बयानबाजी तेज हो रही है। प्रदेश में भाजपा-कांग्रेस एक बार फिर एक दूसरे को जीरो करार दे रहे हैं। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस विधायकों की अंकसूची आ गई है जिसमें अधिकतर को जीरो नंबर मिला है।
इसकी वजह यह है कि प्रदेश की भूपेश सरकार ने 36 में से एक वादा भी पूरा नहीं किया, इस पर खुली बहस करने के लिए भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता तैयार है। मामले में कांग्रेस ने भी पलटवार कर कहा है कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का चेहरा, सरकार के काम और कांग्रेस विधायकों के परफार्मेंस के आगे भाजपा शून्य हो चुकी है।
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कांग्रेस के अधिकतर विधायकों को मिला जीरो नंबर: विजय शर्मा
भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय शर्मा ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों से चर्चा में कहा है कि ‘छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायकों की मार्कशीट आ गई है जिसमें अधिकतर को जीरो नंबर मिला है और यह हम नहीं, बल्कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कह रहे हैं।’
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस विधायकों के परफार्मेंस के बारे में मीडिया में पीएल पुनिया, मुख्यमंत्री बघेल और उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के बयान पूरे प्रदेश ने पढ़ा और सुना है। कांग्रेस विधायकों के फेल होने का बड़ा घाटा प्रदेश की जनता को हुआ है, यह बड़ा मसला है। यह स्थिति वांछनीय नहीं है।
शर्मा ने कहा कि जितनी बड़ी सरकार होती है, उतनी ही बड़ी एंटी इंकम्बेंसी होती है और एंटी इंकम्बेंसी तब और बढ़ जाती है, जब अकर्मण्य विधायक होते हैं। इस मौके पर प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी भी उपस्थित रहे।
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केंद्रीय नेतृत्व का भरोसा खो चुके भाजपा के नेता: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल का चेहरा, सरकार के काम और कांग्रेस विधायकों के परफार्मेंस के आगे भाजपा प्रदेश में शून्य हो गई है। तभी तो भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश के नेताओं से किनारा कर लिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , अमित शाह और जेपी नड्डा को बार-बार छत्तीसगढ़ आना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री बघेल की सरकार बनने के बाद प्रदेश में हुए विधानसभा के उपचुनाव, नगर निगम, नगर पालिका के चुनाव, जिला पंचायत के चुनाव में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है। जनता 2018 से प्रदेश में भाजपा को खारिज कर रही है और अपने केंद्रीय नेताओं का विश्वास खो चुके भाजपा नेता किस मुंह से कांग्रेस के विधायकों के परफार्मेंस पर सवाल उठा रहे है? कांग्रेस विधायकों का परफार्मेंस अच्छा है इसीलिए भाजपा के केंद्रीय नेताओं के पसीने छूट रहे हैं। 2023 में भाजपा प्रदेश में वर्तमान की 13 सीट बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। कांग्रेस ने 36 में से 34 वादों को पूरा किया है।