Chhattisgarh Assembly : एक दिवसीय विधानसभा सत्र का भाजपा ने किया विरोध
Chhattisgarh Assembly : भाजपा ने एक दिवसीय सत्र के संबंध में राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष से भेंट कर दर्ज कराई आपत्ति।
By Hemant Upadhyay
Edited By: Hemant Upadhyay
Publish Date: Sun, 12 Jan 2020 08:24:56 PM (IST)
Updated Date: Sun, 12 Jan 2020 08:24:56 PM (IST)
रायपुर। नईदुनिया, राज्य ब्यूरो। Chhattisgarh Assembly भारतीय जनता पार्टी विधायक दल ने 16 जनवरी को बुलाए गए एक दिवसीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र का विरोध किया है। भाजपा विधायकों का आरोप है कि सरकार संसदीय परंपरा से अलग कार्य कर रही है, जो अनुचित है। विशेष सत्र के दिन कृतज्ञता प्रस्ताव का अनुमोदन और 126वें सविधान संशोधन को पारित होना है।
पूर्व मंत्री विधायक अजय चंद्राकर ने बताया कि भाजपा विधायकों की आपत्ति इस बात पर है कि संसदीय इतिहास में एक दिन में ही ऐसा नहीं हुआ है। संशोधन देना विपक्ष का अधिकार है, ऐसे में उसी दिन संशोधन होना, सचिवालय द्वारा चेक करना और संशोधन प्रिंट होने के बाद सदस्यों में वितरण होता है। इसके बाद संशोधन प्रस्ताव और अभिभाषण पर चर्चा होती है। लेकिन एक दिन के सत्र में यह संभव नहीं है।
बताया जा रहा है कि सरकार राज्यपाल का अभिभाषण कराने जा रही है। यह संसद इतिहास का पहला मौका होगा, जब राज्यपाल का अभिभाषण वर्ष में दूसरी बार होगा। परंपरा अनुसार वर्ष के प्रथम सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण होता है। इसी बात पर आपत्ति दर्ज कराने भाजपा विधायकों का प्रतिनिमिंडल रविवार को राजभवन जाकर राज्यपाल अनुसुईया उइके से मिला।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सत्र को पूरी तैयारी के साथ आहूत करने की मांग की। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत से भी मिला। वहां भी आपत्ति दर्ज कराई गई। प्रतिनिमिंडल में नेता प्रतिपक्ष रमलाल कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, ननकीराम कंवर, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा, नारायण चंदेल, पुन्नूलाल मोहले, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, रंजना साहू, मोतीलाल साहू, विद्यारतन भसीन, डमरूर पुजारी, रजनीश सिंह मौजूद थे।