रायपुर। राजधानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई, बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में छठ व्रती महिलाओं ने शुक्रवार की सुबह उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर इस महापर्व का समापन किया। बड़ी संख्या में व्रती महिलाएं उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठ घाटों और तालाबों पर पहुंची। यहां व्रती महिलाओं ने स्नान के बाद भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। सभी ने अपने और अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
इससे पहले व्रती महिलाओं ने गुरुवार की शाम अलग-अलग घाट और तालाबों पर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। छठ पर्व के दौरान घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था, और व्रतियों ने सूप, दउरा, बांस की डोकरी में प्रसाद रखकर तालाब में कमर तक पानी में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया।
रायपुर में खारुन नदी सहित अन्य तालाबों के किनारे पूजा करके अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया। अर्घ्य देने के बाद घाट पर रातभर भजन-कीर्तन करेंगे। शुक्रवार को पुन: सूर्याेदय होते ही अर्घ्य देने की परंपरा निभाएंगे। इसके पश्चात ठेकुआ का प्रसाद ग्रहण कर निर्जला व्रत का पारणा करेंगे।
महादेव घाट में प्रमुख आयोजन छठ महापर्व आयोजन समिति महादेव घाट द्वारा आयोजित किया गया। शुक्रवार को छठ व्रती उगते सूरज को अर्घ्य देंगी। छठ महापर्व आयोजन समिति महादेवघाट के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया कि महादेव घाट में 30 हजार से अधिक लोग खारुन नदी पर जमा हुए।
उन्होंने बताया कि छठ पूजा छत्तीसगढ़ में रायपुर, बिलासपुर, भिलाई-दुर्ग, कोरबा, बस्तर एवं अन्य शहरों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। रायपुर में छठ पूजा 50 से अधिक स्थानों जैसे खारुन नदी के महादेव घाट, व्यास तालाब और अन्य तालाबों के किनारे इस वर्ष भी छठ पूजा धूमधाम से मनाया जा रहा है। नवा रायपुर में झांझ तालाब के किनारे भी भव्यता के साथ छठ पूजा का आयोजन किया गया है। इस मौके पर महादेव घाट पर महाआरती का आयोजन किया गया।
महादेव घाट में अंतरराष्ट्रीय लोक गायिका कल्पना पटवारी (मुंबई), अंतरराष्ट्रीय लोक गायिका गायत्री यादव (लखनऊ), लोक गायिका परिणीता राव पटनायक, प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी लोक गायक दुकालू यादव समेत अन्य स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।
इधर, भिलाई नगर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने सेक्टर -2 छठ तालाब पहुंचकर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा- अर्चना की। उन्होंने छठ मइया की पूजा- अर्चना कर भिलाईवासियों और प्रदेश की खुशहाली एवं उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
इस दौरान उन्होंने लोगों से भेंट करते हुए उनका हालचाल जाना और लोगों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सूर्य देव विपुल ऊर्जा के स्रोत हैं। छठ एकमात्र पर्व है जहां हम अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देते हैं, नई सुबह और नई उम्मीद के साथ हमारे जीवन में सकारात्मकता का संचार हो। इस सकारात्मकता के साथ सूर्य देव हमें सदैव आगे बढ़ते रहने की ऊर्जा प्रदान करते हैं।