रायपुर। CG Election 2023 छत्तीसगढ़ के 2008 बैच के आइएएस अफसर नीलकंठ टेकाम ने बीजेपी ज्वाइन कर लिया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने नीलकंठ टेकाम को भाजपा की सदस्यता दिलाई। बता दें कि नीलकंठ टेकाम के वीआरएस (वोलंटरी रिटायरमेंट स्कीम) के आवेदन पर केंद्र सरकार ने 17 अगस्त 2023 को मंजूरी दे दी थी। बताया जा रहा है कि टेकाम भाजपा के प्रत्याशी के रूप में केशकाल या कोंडागांव से चुनाव लड़ सकते हैं। कांकेर के अंतागढ़ के सरईपारा निवासी टेकाम की इलाके में काफी सक्रियता है। पूर्व आइएएस ओपी चौधरी के बाद टेकाम दूसरे आइएएस हैं, जिन्होंने भाजपा की सदस्यता के लिए नौकरी से वीआरएस लिया है।
प्रवेश उत्सव के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने भाजपा का दामन थामा। इस मौके पर माथुर ने दावा किया कि बस्तर की 12 में से सभी सीटें जीतेंगे। टेकाम ने भी कहा कि भाजपा के विजय संकल्प को आगे बढ़ाएंगे।इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा है कि कांग्रेस ने अपने इन पांच वर्षों के कार्यकाल में केवल प्रदेश की जनता को छलने के अलावा कुछ भी नहीं किया है। पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा कि भूपेश है तो भ्रष्टाचार है यह बात सब सर्वत्र है। कांग्रेस सरकार ने हर तरफ भ्रष्टाचार को लेकर रिकार्ड बनाया है। अब इस भ्रष्टाचारी सरकार की विदाई बेला करीब है।
गौरतलब है कि नीलकंठ टेकाम ने मई 2023 में ही वीआरएस के लिए आवेदन कर दिया था। तभी से तय था कि वह भाजपा में शामिल होंगे। वह अभी संचालक कोष एवं लेखा के पद पर कार्यरत थे और उनकी नौकरी 2028 तक है। उन्होंने कोंडागांव कलेक्टर रहते हुए नीति आयोग के निर्देश पर काम किया और आकांक्षी जिलों में कोंडागांव को नंबर वन जिला बनाया था।
पहले भी दे हैं इस्तीफा
नीलकंठ टेकाम संयुक्त मध्य प्रदेश के दौरान भी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दिए थे। उस समय वह बड़वानी एसडीएम के पद पर थे। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन भी दाखिल किया था। बाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हस्तक्षेप कर नामांकन वापस कराया था।
छात्र राजनीति से जुड़े रहे टेकाम
नीलकंठ टेकाम 1990 के दशक में समाजशास्त्र से एमए कर रहे थे, तब वह छत्तीसगढ़ शासकीय गवर्मेंट कालेज कांकेर में छात्रसंघ अध्यक्ष में चुने गए थे। अविभाजित मध्य प्रदेश में 1994 में एसटी श्रेणी में पीएससी टापर बने। वर्ष 2008 में उन्हें आइएएस अवार्ड किया गया था