रायगढ़ ( नईदुनिया प्रतिनिधि)। बढ़ते प्रदूषण, गाड़ियों की रफ्तार व अन्य कई समस्याओं को लेकर जिले के औद्योगिक क्षेत्र तमनार के ग्राम झिकाबहाल चैक में छह अप्रैल से एक हफ्ते के लिए चक्का जाम किया जाएगा। इसकी सूचना ग्राम पंचायत झिकाबहाल, बुड़िया, टिहलीरामपुर और लिबरा के ग्राम प्रमुख सरपंचों के द्वारा तहसीलदार को दी गई है। तहसीलदार को दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि झिकाबहाल एवं आसपास के ग्रामीण जनता अनेकों समस्याओं से जूझ रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों की रफ्तार काफी तेज है, जिससे दो पहिया वाहन चालकों और आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ज्ञापन के माध्यम से नायब तहसीलदार को बताया गया है कि क्षेत्र में लगे डामर प्लांट और उद्योगों की चिमनियों से निकलने वाली धुआं से फलदार वृक्ष जैसे आम और महुआ जैसे वृक्ष पर फल नहीं लग रहे हैं, वही क्षेत्र में उपजने वाली फसल भी खराब हो रही है। साथ ही साथ प्रदूषण की भयावह स्थिति की वजह से अनेक बीमारियां फैल रही है। लोगों में चर्म रोग दमा जैसे शिकायतें आ रही हैं। कोयले की खदानों में तीव्र गति से ब्लास्टिंग किया जा रहा है, जिसका असर आसपास के रहवासियों के मकानों पर देखा जा रहा है। ब्लास्टिंग की वजह से होने वाले कंपन से दीवारों पर दरारे आने लगी है। खपरैल से निर्मित छत से खपरैल गिरने लगे हैं। कोयला और फ्लाईएश ढोने वाली गाड़ियों की रफ्तार, कोल खदानों में ब्लास्टिंग से होने वाली क्षति, बढ़ते प्रदूषण को लेकर लिबरा के ग्रामीणों द्वारा पूर्व में भी दो बार चक्का जाम किया जा चुका है। लेकिन प्रशासन और प्रबंधन की समझाइश के बाद ग्रामीण मान गए थे और चक्का जाम खोल दिया गया था। एक बार फिर ग्रामीणों ने शासन प्रशासन और उद्योगपतियों पर आरोप लगाया है कि उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे आम जनता में आक्रोश व्याप्त है। जिस वजह से झींकाबहाल चैक में छह अप्रैल को सुबह 10 बजे से सड़क जाम किया जाएगा।