छठ पर्व मनाने बड़ी संख्या में व्रती एकत्रित हुई। इसके पहले छठ का प्रसाद बनाया गया। प्रसाद में ठेकुआ समेत अन्य खाद्य समाग्रियां बनाई गई। बांस के टोकरी में फल अनार, सेव, पपीता, संतरा, मिठाई सहित पूजन सामग्री लेकर आगर नदी पहुंचे। छठ व्रतियों ने घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिए। उन्होंने बताया कि छठ महापर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी को मनाया जाता है, जो दिवाली के छह दिन बाद होता है । इस त्योहार के अनुष्ठान कठोर हैं और चार दिनों की अवधि में पूरी करतेहैं । इसमें स्नान, उपवास और अर्घ्य देना शामिल है ।
छठ पूजा में अस्ताचलगामी सूर्य को दिया गया अर्घ्य
करगीरोड-कोटा : आस्था ,पवित्रता प्राकृतिक सूर्य उपासना के पूर्व महा छठ पूजा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दिया। तालाब के किनारे किनारे बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कोट सागर तालाब में मेले जैसे माहौल में धूमधाम से छठ का त्योहार षष्ठीं को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने दूर दूर से श्रद्धालु पहुंचे। सप्तमी तिथि का स्वामी सूर्य को माना गया है इसलिए सप्तमी तिथि को सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ ही छठ व्रत पूर्ण होने की बात कही। उन्होंने कहा व्रत का आरंभ षष्ठी तिथि से होता है इसमें भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री और सूर्यदेव की बहन षष्ठी मैय्या की पूजा कर छठ व्रत के नाम से जाना जाता है। शाम के समय अर्घ्य देने से जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं रहती है। भगवान सूर्य शाम के वक्त अपनी दूसरी पत्नी प्रत्युषा के साथ रहते हैं और प्रसन्न भाव में रहते हैं, इससे इस समय व्रत रखकर अर्घ्य देने से सुख-सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है l शाम के वक्त सूर्य को अर्घ्य देने से कानूनी मामले और मुकदमे में फंसे लोगों को फायदा होता है। साथ में जो छात्र बार-बार परीक्षा में असफल रहता है और जिन्हें पेट की समस्या लगातार बनी रहती है, उन्हें शाम के समय सूर्य को अर्घ्य जरूर देना चाहिए। सूर्यदेव को अर्घ्य देने से जीवन में सामाजिक, मानसिक और आर्थिक सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिलती है। सूर्य को अर्घ्य देने से भगवान संपन्नता का आशीर्वाद देते हैं। एक बांस के सूप में केला सहित पांच प्रकार के फल रखकर और उसमें प्रसाद एवं गन्ने को रख पीले रंग के नए कपड़े से सभी फलों को ढंक कर दीप जलाकर दोनों हाथों से सूप पकड़ तीन बार डूबकी मारकर डूबते भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा की गई l
इस अवसर पर भारती तिवारी, रागिनी गुप्ता, कृष्णा परिहार, नीतू गुप्ता, रितु गुप्ता, नेहा गुप्ता, नेहा मिश्रा, तनु गुप्ता, ललिता मिश्रा, मोनू गुप्ता ,रंजना अग्रवाल, रमन सिंह,रवि सिंह , मनीष पांडेय, नरेश शर्मा, घनश्याम तिवारी राजकुमार केशरवानी, विक्की शर्मा, जूली सिंह, आदित्य रंजन, धनंजय शर्मा, भूपेंद्र शर्मा, ज्योति शर्मा, स्वराज सौरभ, श्रद्धा तिवारी, सीमा गुप्ता, शालू गुप्ता, टूलटूली सिंह, घनश्याम तिवारी, भारती तिवारी, मंजू गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, सुभाष चंद्र अग्रवाल, प्रकाशचंद्र अग्रवाल, दिलहरण श्रीवास सहित श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चन कर धनंजय शर्मा के निवास में प्रसाद ग्रहण किए l