Mahasamund: युवक पर मारपीट का आरोप लगाने वाले नायब तहसीलदार पर रिश्वत लेने का आरोप, ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत
महासमुंद जिले के झलप स्थित उप तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार युवराज साहू के साथ मारपीट मामले में अब ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया। ग्रामीणों ने इस घटना में आरोपी बनाए गए युवक का समर्थन करते हुए नायब तहसीलदार पर कार्रवाई की मांग की है।
By Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Sat, 13 Jul 2024 03:49:16 PM (IST)
Updated Date: Sat, 13 Jul 2024 03:49:16 PM (IST)
नायब तहसीलदार की शिकायत करने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे झलप क्षेत्र के ग्रामीण। HighLights
- झलप नायब तहसीलदार साहू की शिकायत आवेदन लेकर पहुंचे ग्रामीण
- ग्रामीणों ने कहा कि झलप को बदनाम करने वाला अधिकारी नहीं चाहिए
- बीते सोमवार को नायब तहसीलदार और युवक के बीच हुई थी मारपीट
नईदुनिया प्रतिनिधि। महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के झलप स्थित उप तहसील कार्यालय में सोमवार को नायब तहसीलदार युवराज साहू से छिलपावन के युवक कुलप्रीत सिंह उर्फ अमन ने मारपीट व गाली-गलौज की थी। घटना के बाद से नायब तहसीलदार की शिकायत पर मामला दर्ज कर कुलप्रीत को जेल भेजा गया है। इधर घटना को लेकर नायब तहसीलदार संघ प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन पर है।
वहीं नायब तहसीलदार के प्रति झलप क्षेत्र के ग्रामीणों का गुस्सा फूटा है। बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार युवराज साहू के खिलाफ आवेदन देकर गंभीर शिकायत की। नायब तहसीलदार साहू पर ग्राम सरेकेल निवासी पूर्व कोटवार शिवकुमार बघेल ने शिकायत आवेदन दिया कि कोटवारी स्थाई करने साहू ने 40 हजार की मांग की। नहीं देने पर कोटवारी कार्य से हटा देना बताया।
कलेक्ट्रेट पहुंचे झलप के ग्रामीण ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में झलप तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार और पटवारी द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत की। नायब तहसीलदार और पटवारी को तत्काल प्रभाव से झलप कार्यालय से मुक्त करने की मांग की गई। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में शम्मी सलूजा, देवा नायक, किशन कोसरिया, कुलजीत सलूजा ,कमल कौशिक, सागर साहू, वरियाम सिंह, विजय पटेल, यूनुस खान, देवेंद्र रौतिया, मुन्ना साहू, राजू साहू, कोमल लोधी, तरुण पटेल, नूतेंद्र पटेल, कमलेश पटेल आदि उपस्थित थे।
झलप नायब तहसीलदार पर रिश्वत लेने का आरोप
कोमल शरण लोधी पिता श्यामू लोधी ग्राम फुलवारी ग्रापं सिंधौरी पोस्ट बावनकेरा थाना पटेवा ने शिकायत आवेदन देकर बताया कि वर्ष 2014-2015 व 2015-2016 की शेष बोनस राशि शासन द्वारा जारी की गई। इस संदर्भ में बावनकेरा सहकारी समिति के संपर्क करने पर बताया गया कि सावित्री बाई लोधी के वारिसान के खाते में यह राशि डाली जाएगी।
उन्होंने उप तहसील कार्यालय झलप जाकर युवराज साहू से दस्तावेज के साथ संपर्क किया और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया। दस्तावेज का अध्ययन करने के बाद युवराज द्वारा पैसे की मांग की गई। तब पीड़ित ने कहा कि वारिसान का संपूर्ण दस्तावेज जब प्रस्तुत कर चुका हूं, तो पैसे क्यों दूंगा।
तब नायब तहसीलदार ने कहा कि पैसा नहीं देने पर आपकी राशि शासन को लौटी दी जायेगी और पैसा नहीं दोगे तो आपका काम नहीं होगा। तुमको जो करना है कर लेना। जहां शिकायत करना है कर लेना। भयभीत होकर पीड़ि ने उनके द्वारा मांगी गई राशि दस हजार रुपये नगद उन्हें दे दी, तब जाकर नायब तहसीलदार ने बैंक खाते में राशि हस्तांतरित की।
भतीजी का जाति प्रमाण-पत्र के लिए मांगे थे पैसे ईश्वर ध्रुव पिता तेजराम ध्रुव निवासी ग्राम सरेकेल पोस्ट तुरेंगा ने लिखित आवेदन में बताया कि उनके द्वारा उप तहसील कार्यालय झलप में भतीजी गरिमा ध्रुव (12) पिता बसंत ध्रुव का नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए आवेदन करने के लिए जाति प्रमाण पत्र के लिए आनलाइन आवेदन सितंबर 2023 को किया था।
15 दिवस में जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं होने पर उपतहसील कार्यालय में पदस्थ नायब तहसीलदार युवराज साहू से संपर्क किया तो उन्होंने 20 हजार रुपये की मांग की। इस पर एसडीएम कार्यालय महासमुंद जाकर अधिकारी उमेश कुमार साहू से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया।
उन्होंने आनलाइन आवेदन जांच करके 10 कार्यालयीन दिवस में जाति प्रमाण पत्र जारी हो जाने का आश्वासन दिया। एक महीने बीत जाने के बाद युवराज साहू से मुलाकात कर अपने आवेदन के बारे में पूछताछ करने पर 10 हजार रुपये देने पर ही जाति प्रमाण पत्र जारी करना कहा गया। बच्ची के भविष्य को देखते हुए मजबूरन 10 हजार रुपये नायब तहसीलदार युवराज को नगद दिया।
इस पर युवराज ने अगले दिन आने को कहा। दूसरे दिन उनसे मुलाकात करने पर उनके द्वारा दुर्व्यवहार किया गया और एसडीएम से शिकायत करते हो कहकर जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं करूंगा कहा गया और आज तक जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ। इसके कारण प्रतिभावान बच्ची को नवोदय में प्रवेश नहीं मिल पाया और उसे मुफ्त शिक्षा से वंचित होना पड़ा और उन्हें निजी स्कूल में बच्ची को पढ़ाना पड़ रहा है।
नायब तहसीलदार झलप युवराज साहू ने कहा, ये सभी शिकायतें बेबुनियाद हैं। इन्हें शिकायत थी, तो जब यह हुआ तभी उच्च अधिकारियों के पास क्यों नहीं गए। अब चूंकि मेरे साथ घटना हुई और मैंने मामला दर्ज कराया तो यह सब योजना बनाकर शिकायत की जा रही है।