नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा : महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को नौ माह से महतारी वंदन की राशि प्रदान की जा रही है। अब शासन ने इस योजना की मानिटरिंग शुरू कर दी है। महिला बाल विकास विभाग को आदेश जारी कर इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें ऐसी महिलाओं का पता लगाने कहा गया है कि जिनकी महतारी वंदन योजना में पंजीयन होने के बाद मृत्यु हो चुकी है ऐसे प्रकरण पर भुगतान किए जाने रोक लगाने कहा है।
आदेश जारी होने के बाद महिला एवं बाल विकास का मैदानी अमला अब डोर- टू- डोर सर्वे करने जुट गया है। प्राथमिकता से यह पता लगाया जा रहा है कि ऐसी कोई महिला उनके क्षेत्र में तो नहीं है, जिसकी मौत हो चुकी है और राशि उनके खाते में जा रही है। इस योजना की मंशा जरूरतमंद महिला को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाना है, ताकि उसके हाथ में कम से कम माह के एक हजार रुपये मौजूद हो। यहां बताना होगा कि कुछ हितग्राहियों के मृत्यु होने की जानकारी देरी से मिलने की वजह से उनके खाते में महतारी वंदन योजना की राशि जमा हो गई है। इसकी शिकायत सामने आई, तब छत्तीसगढ़ महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक ने सभी जिलों के लिए उक्त आदेश जारी किया और सर्वे कर मृत महिलाओं के नाम मंगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही उनके खातों से मृत्यु बाद जमा राशि वापस लिया जाएगा। इसके लिए एकाउंट नंबर भी जारी किया गया है। राशि लौटाने की जिम्मेदारी मृत महिलाओं के स्वजनों की होगी।
मृत महिलाओं के नाम होल्ड कराए
सर्वे के बाद वरिष्ठ अधिकारी को महिला की मृत्यु होने की जानकारी दी जाती है, ताकि उक्त राशि को होल्ड किया जाए। उन्होंने कहा कि लगातार सर्वे किया जा रहा है, मेरे क्षेत्र में अब तक तीन महिलाओं की मृत्यु हो चुकी है। इसकी जानकारी मिलने पर खाता होल्ड करा दिया है।
सर्वे कर जुटा रहे मृत महिलाओं की जानकारी
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रानू ज्वाला ने बताया कि महतारी वंदन योजना महिलाओं के लिए लांच की गई थी। अब जिस महिला की भी मृत्यु हो चुकी है। इसकी सूचना अपने सुपरवाइजर को देते हैं, इसके बाद महिला का नाम लिस्ट से हटा दिया जाता है और इसके बाद महतारी वंदन की जो राशि उनके खाते में आती है, वह बंद हो जाती है। लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। घर- घर जाकर लगातार सर्वे कर रहे हैं, ताकि कोई छूट न जाए।