नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा : साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के सीवीओ हिमांशु जैन ने कुसमुंडा क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने खदान पहुंचकर खनन गतिवधियों के बारे में जानकारी ली। कोर टीम से चर्चा करते हुए उन्होंने खदान के उत्पादन-उत्पादकता की समीक्षा की। तदुपरांत जैन फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफ़एमसी) अंतर्गत डिस्पैच व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने साइलो एवं साईडिंग में कोयला प्रेषण व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। साथ ही साइलो कंट्रोल रूम जाकर रैपिड लोडिंग सिस्टम के कार्यसंचालन की समीक्षा की।
नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा : कोल इंडिया (सीआइएल) की जेबीसीसीआइ- 11 की मानकीकरण समिति (स्टैंडराइजेशन कमेटी) की बैठक नौ दिसंबर को आयोजित की जाएगी। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पहली बार होने जा रही इस बैठक की सूचना अधिकृत तौर पर कोल इंडिया के महाप्रबंधक (श्रम शक्ति एवं औद्योगिक संबंध) ने जारी कर सभी सदस्यों को उपस्थित होने कहा है। बैठक दोपहर तीन बजे से शुरू होगी। यहां बताना होगा कि इसके पूर्व बोनस तय करने के लिए मानकीकरण समिति की बैठक सितंबर माह में नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। आगामी बैठक में मजदूरों से लंबित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा समिति के सदस्य श्रमिक नेताओं द्वारा मुद्दे रखे जाएंगे। बैठक की अध्यक्षता कोल इंडिया के निदेशक पीएंडआइआर विनय रंजन करेंगे। साथ ही सभी कंपनी के निदेशक कार्मिक व निदेशक वित्त तथा यूनियन की ओर से बीएमएस से सुधीर घुरडे, मजरूल हक अंसारी, एचएमएस से नाथूलाल पांडेय, शिव कुमार यादव, एटक से रमेंद्र कुमार, सीटू से डीडी रामानंदन तथा वैकल्पिक सदस्यों में बीएमएस से यादगिरी सतहैया, एचएमएस रियाज अहमद, एटक से हरिद्वार सिंह तथा सीटू से आरपी सिंह उपस्थित रहेंगे।
नईदुनिया न्यूज, कोरबा : दीपका क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए एसईसीएल प्रबंधक से वैक्यूम क्लीनर गाड़ियों का संचालन करने की मांग की गई है। इस संबंध में प्रतिनिधि मंडल ने एसईसीएल प्रबंधन को ज्ञापन भी सौंपा है। इसमें कहा गया है कि दीपका और आसपास के गांवों में कोयले की खदानों और परिवहन के दौरान उड़ने वाली धूल के कारण प्रदूषण का स्तर खतरनाक सीमा तक पहुंच गया है। कोयले के कणों से हवा में घुलने वाले प्रदूषण की वजह से स्थानीय निवासियों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सांस, एलर्जी और फेफड़ों से जुड़ी अन्य बीमारियों से अधिकांश लोग जूझ रहे हैं। प्रदूषण का सीधा प्रभाव दीपका के स्थानीय निवासियों के जीवन पर पड़ रहा है। बच्चों व बुजुर्गों पर इसका गंभीर असर देखा गया है। प्रतिनिधि मंडल में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता उमा गोपाल ने कहा कि इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए एसईसीएल प्रबंधन वैक्यूम क्लीनर गाड़ियों का संचालन करें, ताकि इससे उड़ने वाले धूल और कणों को नियंत्रित किया जा सकेगा और लोगों को राहत मिलेगी।