कवर्धा(नईदुनिया न्यूज । नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में लीलापोती करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शनिवार को कलेक्टोरेट घेराव करने वाले एबीवीपी के 14 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था। इसे लेकर देर रात तक भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारी कोतवाली थाने में डटे रहे, वहीं मौके पर राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय, पूर्व विधायक अशोक साहू समेत कई बड़े नेताओं ने कोतवाली थाना के पास धरना पर बैठे रहे। रविवार को भी इसी मुद्दे को लेकर भाजपा नेताओं ने गांधी मैदान में एक दिन का धरना दिया। इसमें प्रदेश स्तर के भाजपा नेताओं ने हिस्सा लिया। यहां बताना लाजमी है कि इस मामले में 35 एबीवीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। धरने में राजनांदगांव लोकसभा सदस्य संतोष पांडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, जिला पंचायत सदस्य भावना बोहरा, भाजपा अध्यक्ष अनिल ठाकुर, पूर्व विधायक अशोक साहू समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
500 से अधिक लोग पहुंचे हुए थे
रविवार को भाजपा के धरना-प्रदर्शन में जिले व राज्यभर के करीब 500 से अधिक कार्यकर्ता शामिल हुए। गांधी मैदान में यह धरना कार्यक्रम दोपहर 12 बजे के बाद शुरू हुआ, जो शाम पांच बजे तक जारी रहा। इसके बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं को छोड़ने व दुष्कर्म के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, विवेचना में लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
बलवा समेत अन्य धारा लगाई गई
पुलिस ने इस मामले में एबीवीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ गंभीर धाराएं लगाई है। शनिवार को देर रात डीएसपी बीआर मंडावी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि 35 नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके बाद अन्य और भी शामिल हैं। इन लोगों के खिलाफ खिलाफ धारा 186, 188, 353, 147, 427 भादवि और 3 लोक संपत्ति के नुकसान के तहत मामला दर्ज है।
चेहरा देखकर पुलिस की कार्रवाई
धरना को राजनांदगांव सांसद ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शनिवार को पुलिस ने एबीवीपी को सीधे कार्यालय से उठाकर कोतवाली थाना लेकर आए। इसके बाद रात को ही उनका मेडिकल कराया व रातों रात जेल भेज दिया। यानि चेहरा देखकर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की है। इसी प्रकार अब पुलिस दुष्कर्म पीड़िता का मेडिकर उसी दिन 22 नवंबर को रात को करा देती तो आरोपित जल्द पकड़े जाते। लेकिन पुलिस ने पूरे मामले में संदेह पैदा किया। पहले तो एक आरोपित को गिरफ्तार किया, फिर बाद में चार आरोपितों को पकड़ा, जबकि भाजपा द्वारा लगातार इस पूरे मामले में न्यायायिक जांच की मांग की थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया।
जांच को लेकर पुलिस ने लापरवाहीं बरतीः अभिषेक सिंह
इधर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने कहा कि नाबालिग के साथ गैंगरेप के मामले में पुलिस ने लापरवाही बरती। पुलिस ने कई झूठी कहानी लेकर सामने लाई। शुरू में तो प्रेमी को ही दुष्कर्मी बता, इसके बाद फिर से चार लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि शुरू में तो एसपी ने पूरे मामले में पहले पीसी लेकर जानकारी दी और जब दूसरी बार चार लोगों को गिरफ्तार किया तो कोई भी पीसी नहीं ली गई।