कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला मुख्यालय में एक अनोखी घटना हुई, जब यहां कोर्ट परिसर में एक भालू घुस आया। इसके बाद भालू कोर्ट परिसर की रसोई में घुस आया और उसने सीधे दरवाजा तोड़ते हुए अंदर एंट्री मारी।
जैसे ही उसे किचन में रखा तेल दिखा, उसने उसे गटक लिया। शायद भालू को यह “ब्रेकफास्ट” थोड़ा हैवी लगा होगा, इसलिए तेल पीने के बाद उसने आराम फरमाने के लिए शासकीय वकील के दफ्तर के पीछे झाड़ियों में अपना बिस्तर जमा लिया और सो गया।
घटना सुबह लगभग पांच बजे की है। इस घटना की सूचना मिलते ही कोर्ट परिसर के कर्मचारियों में हड़कंप गया। इसके बाद कर्मचारियों ने वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और भालू को खोजने में लग गई।
थोड़ी ही देर बाद, कोर्ट के कर्मचारियों ने देखा कि भालू न्यायालय परिसर की खिड़की के बाहर झाड़ियों में आराम कर रहा है। इस नजारे को देखकर कोर्ट परिसर में हलचल मच गई, कर्मचारी और अन्य लोग भालू को देखने के लिए पहुंचने लगे। कई लोगों ने भालू की तस्वीरें और वीडियो भी बनाए।
वन विभाग की टीम ने पूरे दिन भालू पर नजर रखी और शाम होने का इंतजार किया ताकि उसे सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ा जा सके। वन विभाग ने बताया कि इस घटना में दो भालू परिसर में घुसे थे, जिनमें से एक वापस जंगल में भाग गया जबकि दूसरा भालू कोर्ट परिसर के पास की झाड़ियों में छिपा रहा।
वन विभाग की टीम ने कोर्ट परिसर में भालू की हर गतिविधि पर नजर बनाए रखी ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। इस घटना से स्थानीय लोगों में डर का माहौल देखने को मिला। वन विभाग ने भालू को पकड़कर सुरक्षित रूप से जंगल में भेज दिया गया।
कांकेर में यह पहली घटना नहीं है जब रिहायशी इलाके में जंगली जानवर घुस आए हो। इससे पहले भी तेंदुआ, हाथी, भालू जैसे जंगली जानवर रिहायशी इलाके में दहशत देखी गई है। कांकेर जिले में कुछ दिन पहले एक बार फिर तेंदुआ सड़कों पर घूमते हुए दिखाई दिया।
यह तेंदुआ कांकेर के चनार गांव में पहले भी कई लोगों पर हमले कर चुका है। जिले के आसपास स्थित पहाड़ियों में तेंदुओं का जमावड़ा है। बीती रात नरहरपुर-चनार गांव के स्टेट हाइवे पर ग्रामीणों ने तेंदुए का एक वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया पर साझा किया।