मतांतरण मामले की जांच के लिए भाजपा की जांच टीम पहुंची कोरकोटोली
जिले के आस्ता थाना क्षेत्र के कोरकोटोली मे हुए मतांतरण के मामले की जांच के लिए भाजपा की पांच सदस्यीय जांच टीम बुधवार जशपुर पहुंची। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा की अध्यक्षता वाली टीम ने गांव में मृतक राजेंद्र चोराट के स्वजनों से मुलाकात कर उनका बयान दर्ज किया।
By Yogeshwar Sharma
Publish Date: Wed, 20 Nov 2024 07:10:00 PM (IST)
Updated Date: Wed, 20 Nov 2024 07:10:00 PM (IST)
नईदुनिया प्रतिनिधि,जशपुरनगरः जिले के आस्ता थाना क्षेत्र के कोरकोटोली मे हुए मतांतरण के मामले की जांच के लिए भाजपा की पांच सदस्यीय जांच टीम बुधवार जशपुर पहुंची। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा की अध्यक्षता वाली टीम ने गांव में मृतक राजेंद्र चोराट के स्वजनों से मुलाकात कर उनका बयान दर्ज किया।
इस दौरान मृतक के माता-पिता ने ईसाई रीति से दफनाएं गए शव को निकालकर हिंदू रीति से अंतिम संस्कार करने की मांग की। जांच टीम को घटना की जानकारी देते हुए मृतक राजेंद्र चोराट की बहन प्यारी बाई ने बताया कि उसके भाई की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई थी। मृत्यु के बाद उसके माता-पिता और स्वयं उसने भाई का अंतिम संस्कार हिंदू रीति से करने की मांग रखी थी।
लेकिन मृतक की पत्नी और बेटे ने राजेंद्र के मतांतरित हो जाने के कारण ईसाई रीति से अंतिम संस्कार कर दिया था। इसके बाद हिंदू और मतांतरितों के बीच विवाद की स्थिति बनी थी। भुईहर समाज के अध्यक्ष भल साय ने जांच टीम को बताया कि उन्होनें इस मामले को लेकर आस्ता थाना के साथ कलेक्टर और एसपी को भी आवेदन दिया था। लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
अधिकारियों से मांगा जवाब
मतांतरण के इस मामले में जांच टीम ने मौके पर उपस्थित जशपुर के एसडीएम ओमकार यादव, मनोरा के तहसीलदार राहुल कौशिक और आस्ता के थाना प्रभारी संतोष तिवारी से भुईहर समाज द्वारा दिए गए आवेदन पर की गई कार्रवाई के संबंध में जानकारी मांगी। थाना प्रभारी तिवारी ने बताया कि घटना में मर्ग कायम किया गया था। राजेंद्र चोराट के अंतिम संस्कार को लेकर उपजे विवाद के संबंध में अधिकारियों का कहना था कि इसकी जानकारी उन्हें बहुत बाद में लगी थी।
स्वजनों ने कहा हिंदू रीति से हो अंतिम संस्कार
जांच टीम के सामने मृतक राजेंद्र के पिता लंधु राम, मां पतरीसिया और बहन प्यारी बाई ने ईसाई रीति से दफनाएं गए शव को निकाल कर हिंदू रीति से अंतिम संस्कार करने की मांग रखी। भुईहंर समाज के अध्यक्ष भलसाय का कहना था कि उनके समाज में भी शव को दफनाने की परंपरा है। लेकिन इसमें सनातन रीतियों का पालन किया जाता है। उन्होनें जांच टीम को बताया कि राजेंद्र के अंतिम संस्कार के लिए तैयार किए गए ताबूत में क्रूस लगा दिया गया था।
आपत्ति किए जाने के बाद उसे हटाया गया लेकिन माता-पिता की आपत्ति किए जाने के बाद भी ईसाईयों के कब्रिस्तान में दफनाया गया है। प्यारी बाई ने जांच टीम को बताया कि राजेंद्र उसका इकलौता भाई है। ऐसे में उसके ईसाई रीति से अंतिम संस्कार हो जाने के बाद उसके माता-पिता के सामने सामाजिक दुविधा की स्थिति बन गई है।
वर्जन
मृतक राजेंद्र का विवाह हिंदू रीति रिवाज से उसके घर में संपन्न हुआ था। बाद में उसका मतांतरण कराया गया। माता,पिता व बहन की मंशा के अनुरूप राजेंद्र का अंतिम संस्कार होना चाहिए।
शिवरतन शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष व संयोजक जांच दल भाजपा
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