पत्थलगांव(नईदुनिया न्यूज)। पत्थलगांव के किलकिला धाम में आर्य समाज द्वारा आयोजित 3 दिवसीय कार्यक्रम की धूम मची रही। इस कार्यक्रम में विशाल भंडारे सहित महायज्ञ का आयोजन हुआ। जिसके समापन दिवस पर घर वापसी कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में 250 परिवार के 600 से ज्यादा लोगों ने घर वापसी कर अपने मूल धर्म को अपनाया है।
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन 25 दिसंबर से स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती के 95 वां बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में किया गया । कार्यक्रम में विश्वकल्याणार्थ विश्व कल्याण महायज्ञ का भव्य आयोजन किया गया।जिसमें बड़ी संख्या में आसपास मे क्षेत्र से ग्रामीण मौजूद हुए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि घर वापसी कार्यक्रम के संचालक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव व विशिष्ट अतिथि सांसद गोमती साय, कौशल्या साय रहे। कार्यक्रम के दौरान प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 250 परिवार के 600 से ज्यादा सदस्यों का पैर धो हिंदू रीति रिवाज के अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत घर वापसी कराया। इस अवसर पर प्रबल प्रताप ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अब सभी को एकजुट होने की आवश्यकता है। कुछ हिंदू विरोधी तत्व लगातार धर्मांतरण को बढ़ावा दे हिंदुओं को कमजोर करने में लगे है ऐसे विरोधियों से निपटने अब देश में हिंदुत्व जाग चुका है।प्रबल प्रताप ने कहा की वे अब राष्ट्र निर्माण के काम में जुटे हैं। कार्यक्रम के आरंभ में 23 दिसंबर को 500 युवकों ने भगवा ध्वज से सज्जित विशाल बाइक रैली और शाम को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ था। 24 दिसंबर की सुबह विश्व कल्याण महायज्ञ एवं स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस मनाने के साथ सुबह विश्व कल्याण महायज्ञ शुरू हुआ। सुबह 9 बजे पूर्णाहूति के साथ यह महायज्ञ संपन्ना हुआ।
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