किरारी में खुल रहे क्रशर को लेकर जमकर हुआ विरोध
किरारी में खुल रहे दो क्रशर खदानों के लिए आज जनसुनवाई अकलतरा के इंदिरा वन उद्यान में रखी गई थी जिसकी शुरुआत ही विरोध से हुई है। उपस्थित लोगों ने क्रशर के खुलने का जबरदस्त विरोध किया। सहायक कलेक्टर एसपी वैद्य तथा पर्यावरण अधिकारी जनसुनवाई में उपस्थित थे।
By Yogeshwar Sharma
Publish Date: Wed, 13 Nov 2024 10:45:28 PM (IST)
Updated Date: Wed, 13 Nov 2024 10:45:28 PM (IST)
नईदुनिया न्यूज, अकलतरा : किरारी में खुल रहे दो क्रशर खदानों के लिए आज जनसुनवाई अकलतरा के इंदिरा वन उद्यान में रखी गई थी जिसकी शुरुआत ही विरोध से हुई है। उपस्थित लोगों ने क्रशर के खुलने का जबरदस्त विरोध किया। सहायक कलेक्टर एसपी वैद्य तथा पर्यावरण अधिकारी जनसुनवाई में उपस्थित थे।
जनसुनवाई में विरोध दर्ज कराते हुए कांग्रेस नेता इमरान खान ने कहा कि सबसे पहले तो इसकी जनसुनवाई किरारी में होनी थी न कि इंदिरा वन उद्यान में। अकलतरा का इंदिरा वन उद्यान पर्यटकों के लिए बना है न कि जनसुनवाई के लिए। उन्होंने यह भी कहा कि आज किरारी के गौण खनिज की राशि केवल कुछ लोगों की जेब में जा रही है और खदानों से निकल रहे धूल को गांव वाले खाने को मजबूर हैं।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अगर आपमें हिम्मत है तो चलिए एक दिन किरारी में रहकर देखिए गांव वाले किस डर के साये में जीते है पता चल जाएगा। साथ ही उन्होंने पर्यावरण विभाग के अधिकारियाों से कहा कि किरारी में पूर्व में खुले खदानों में पर्यावरण का कितना ध्यान रखा गया है। एक भी मापदंडों का पालन नहीं हो रहा है , मगर पर्यावरण विभाग के अधिकारी कभी वहां जाकर झांकते तक नहीं हैं।
किरारी निवासी डाक्टर हेमंत कश्यप ने अपर कलेक्टर एसपी वैद्य से कहा कि आप चलिए मेरे घर मैं आपके साथ चाय पीना चाहूंगा लेकिन घर के अंदर नहीं बाहर क्योंकि अंदर ब्लास्टिंग से घर के कभी भी गिर जाने का खतरा है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके शौचालय की टंकी में ब्लास्टिंग के कारण दरारें आ गई है और दिशा मैदान के लिए उन्हें बाहर जाना पड़ता है।
उनका खुद का खेत उन खदानों के बीच में है जिसके कारण फसल नहीं हो पा रही है। इसी तरह आप पार्टी नेता अभिषेक मिश्रा, विधायक प्रतिनिधि माहेश्वर टंडन, नगर पालिका उपाध्यक्ष दिवाकर राणा, नगर पालिका अध्यक्ष पति उमाकांत भारते, उत्तम कश्यप, शिवसेना जिलाध्यक्ष दिलेश्वर विश्वकर्मा और किरारी के अनेक लोगों ने जमकर विरोध जताया। कुल मिलाकर आज की मेसर्स विनायक मेटल्स एंड मिनरल्स पाटर्नर राजेन्द्र सिंह और मेसर्स मां गुरु मिनरल्स पाटर्नर हेमंत सिंह की लोक सुनवाई पूरी तरह विफल रही है और नियमानुसार इन दोनों ही खदानों को खुलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अधिकारियों की सब मिलीभगत है।
समर्थन में आए छह लोगों पर ग्रामीणों का आरोप
इस खदान के खुलने के समर्थन में केवल गिनती के छह लोगों ने अपना मत रखा और उन लोगों द्वारा जिस जल्दबाजी में अपना समर्थन दिया गया है ऐसा लग रहा था कि वे नमक की कीमत अदा करने भारी जन विरोध के बीच बड़ी हिम्मत कर बोल रहे हैं। इस खदान का समर्थन करने सरपंच किरारी, उपसरपंच, जिला पंचायत सदस्य सुमीत सिंह, घनश्याम लाटा आदि ने किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि खदान मालिकों से मोटी रकम लेकर खुद की जेब गरम की गई है और किरारी वासियों की जान माल को ख़तरे में डाल दिया गया है।
सिलिकोसिस के मरीज बढ़ रहे हैं किरारी में - डा. हेमंत कश्यप
किरारी निवासी और खदान प्रभावित डाक्टर हेमंत कश्यप ने बताया कि बीते दस सालों में किरारी में सिलिकोसिस के मरीज बढ़ गये हैं। इनमें से अनेक मरीजों का उपचार कर उन्होंने ठीक किया है। क्रशर खुलने से विकास कार्यों और रोजगार देने की बात पर उन्होंने बताया कि केएसके पांवर प्लांट में उन्होंने आवेदन दिया लेकिन बाहर के डाक्टर को रखा गया और आज वे प्राइवेट क्लीनिक चलाने के लिए मजबूर है।