जांजगीर-चाम्पा। (नईदुनिया प्रतिनिधि)। हॉटस्पाट क्षेत्रों को छोड़कर सभी क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार छूट दिए जाने की जानकारी मिलने पर आज जिला मुख्यालय सहित अधिकांश क्षेत्रों में लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर बेखौपᆬ शहरों में घूमने लगे। यहां शाम होते ही शहरों में लोगों की भीड़ उमड़ी। यहां विभागीय उदासीनता व लोगों में जागरूकता के अभाव के चलते संक्रमण पᆬैलने का खतरा बढ़ने लगा है।
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मरीजों की संख्या के मद्देनजर पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा 23 मार्च की रात 8 बजे जनता को सम्बोधित कर पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन करने की घोषणा की थी। पीएम की घोषणा के बाद पूरे देश भर में रेल, बस सहित सभी सेवाएं बंद कर दी। अचानक सभी सेवाएं ठप होने के चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही कलेक्टर जनक पाठक द्वारा लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करने के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पूरे जिले में दप्रसं की धारा 144 लागू कर दिया है। धारा 144 लागू होने के बाद सड़कों में सन्नाटा पसरा हुआ है। हालांकि राज्य शासन द्वारा लॉकडाउन के दौरान लोगों को हो रही परेशानियों को दूर करने के लिए कुछ रियायत दी ताकि उन्हें आवश्यक सेवाओं के परेशानियों का सामना न करना पड़े। यहां लॉकडाउन के दौरान जिला मुख्यालय सहित अन्य नगरीय निकाय व ग्रामीण क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा रहा। लॉकडाउन के 21 दिन के पूरा होने का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। हालांकि लगातार बढ़ रहे मरीजों की संख्या को देख पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा 14 अप्रैल की सुबह 10 बजे जनता को सम्बोधित कर इसकी मियाद 3 मई तक बढ़ाए जाने की घोषणा की। पीएम नरेन्द्र मोदी ने इसका और भी कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्होंने अपने सम्बोधन में 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखने व हाटस्पाट नहीं होने या जिनके हाटस्पाट में बदलने की आशंका भी कम होने की स्थिति में उन क्षेत्रों में 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति देने की घोषणा की थी। पीएम की घोषणा के बाद लॉकडाउन में छूट मिलने की उम्मीद में लोग 20 अप्रैल का बेसब्री से इंतजार करते रहे। हालांकि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न माध्यमों से 20 अप्रैल से क्षेत्रों में मिलने वाली रियायत को लेकर जानकारी दी गई, मगर आज सुबह से अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक लोग सड़कों पर निकले। यहां शाम ढलते ही सड़कों पर चहल-पहल दिखी, हालांकि चौक चौराहों पर ड्यूटीरत पुलिसकर्मियों द्वारा पूछताछ की गई, मगर स्थिति जस की तस रही। यहां शाम को सड़कों पर देर शाम तक आवाजाही जारी रही। यहां विभागीय उदासीनता व लोगों में जागरूकता के अभाव से संक्रमण पᆬैलने का खतरा बढ़ने लगा है।