जगदलपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सबसे बड़े कृत्रिम जलाशय दलपत सागर को शहर का सर्वोत्तम पर्यटन स्थल बनाने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि दलपत सागर की एतिहासिकता को बरकरार रखा जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार रात को यहां आयोजित समारोह में दलपत सागर के सुंदरीकरण और इसके आसपास कई विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करते हुए यह बातें कही।
उन्होंने दलपत सागर आईलैंड में एक करोड़ 92 लाख रुपये की लागत से बनाए गए पाथवे, पेंटिंग और विद्युतीकरण कार्य तथा 76 लाख रुपये की लागत से किये गए सुंदरीकरण कार्य का अवलोकन किया। साथ ही दलपत सागर के उत्तरी छोर में दुकान निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी किया। मुख्यमंत्री बघेल ने अमृत मिशन योजना अंतर्गत इंद्रावती नदी से 75 एचपीविटी पम्प से दलपत सागर के जलस्तर के अनुरक्षण योजना का शुभारंभ बटन दबाकर किया जिससे दलपत सागर में अब इंद्रावती नदी का पानी पहुंचने लगा है।
दलपत सागर को संरक्षित करने की दिशा में उठाए गए कदम के तहत इन्द्रावती नदी के बहते साफ पानी को दलपत सागर में भरने की व्यवस्था की गई है। इसके तहत पावर हाऊस चौक में जल आवर्धन योजना के तहत स्थापित इंटेकवेल में 75-75 एचपी के दो पम्प स्थापित किए गए हैं और पाइपलाइन के माध्यम से इन्द्रावती नदी का पानी दलपत सागर में पहुंचाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि एतिहासिक दलपत सागर जलकुंभी के कारण न केवल अपनी सुंदरता खो रहा था, बल्कि यह अपना अस्तित्व भी खो रहा था।
दलपत सागर के अस्तित्व को बचाने के साथ ही इसकी सुंदरता को निखारने के लिए बस्तर जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इसी साल 26 जनवरी को भूपेश बघेल दलपत सागर का अवलोकन करने पहुंचे थे जहां जिला प्रशासन से इसकी साफ सफाई, सुंदरीकरण और पर्यटन तथा विकास के लिए कार्ययोजना तैयार कर काम शुरू करने का निर्देश कलेक्टर रजत बसंल को दिया था।
प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति
शहर का गंदा पानी नालियों के जरिए दलपत सागर और इंद्रावती नदी में सीधे पहुंचता था इससे यहां का जल प्रदूषित होता था। इंद्रावती और दलपत सागर को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए बालीकोंटा में लगभग 54 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना बच्चों ने जताया आभार
भूपेश बघेल ने आसना ग्राम के 14 बच्चे जो दलपत सागर में कयाकिंग और कैनोइंग का अभ्यास करते हैं से मिले और उनसे बातचीत की। बातचीत में बच्चों ने बताया कि दो बच्चे हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में होने वाले केनोस्प्रिन नेशनल चैंपियनशिप के सीनियर वर्ग में भाग लेने जाएंगे। कयाकिंग और कैनोइंग का अभ्यास करने के लिए शासन द्वारा इन्हें आठ बोट और पांच पैडल प्रदान किया गया है। अभ्यास करने वाले बच्चों ने बोट और पैडल देने के लिए आभार जताया। कार्यक्रम में भूपेश बघेल ने आमचो बस्तर के बोर्ड का भी अनावरण किया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, अधिकारी व शहर के गणमान्य लोग मौजूद थे।