जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर व महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले की सीमा पर सोमवार को हुई मुठभेड़ में पांच नक्सली ढेर हो गए है। इनमें दो पुरुष और तीन महिलाएं शामिल है। मृतकों की अभी पहचान नहीं हुई है। गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने इसकी पुष्टि की है।
घटनास्थल से स्वचलित हथियार और अन्य आपत्तिजनक चीजें बरामद होने की सूचना मिल रही है। पुलिस के अनुसार महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए नक्सली हिंसा फैलाने का षड़यंत्र रच रहे थे। इसके बाद उनके विरुद्ध अभियान चलाकर यह कार्रवाई की गई।
मुठभेड़ कोपरशी वन क्षेत्र की भामरागढ़ तहसील में हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख एवं अपर पुलिस अधीक्षक एम. रमेश के नेतृत्व में सीआरपीएफ की सी-60 स्क्वाड की 22 यूनिट एवं क्यूएटी की दो यूनिटों को दो अलग-अलग स्थानों पर नक्सली विरोधी अभियान चलाने के लिए रवाना किया गया था, जैसे ही वे जंगली क्षेत्र में पहुंचे, नक्सलियों ने पुलिस टीम पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
Maharashtra | In anti-Naxal operation in the Koparshi forest area, 5 Naxalites were killed after they opened fire on security forces. Search operation is going on in the said forest area and the process of identifying the dead Naxalites is going on: Neelotpal Gadchiroli SP
— ANI (@ANI) October 21, 2024
इस समय, पुलिस टीम ने नक्सलियों से हथियार छोड़ने और आत्मसमर्पण करने की अपील की, लेकिन उन्होंने गोलीबारी जारी रखी। इसके बाद पुलिस टीमों को दो अलग-अलग जगहों पर फायरिंग करनी पड़ी। घटना स्थल से पांच नक्सलियों के शव बरामद हुए है। वन क्षेत्र में पुलिस का तलाशी अभियान जारी है।
गढ़चिरौली में रविवार को आठ लाख रुपये के इनामी एक नक्सली दंपती ने समर्पण किया था। इनकी पहचान असिन राजाराम कुमार उर्फ अनिल और उसकी पत्नी अंजू सुल्या जाले उर्फ सोनिया के रूप में की गई थी। आसिम पर छह लाख व अंजू पर दो लाख का इनाम था। असिन ओडिशा में नक्सलियों की प्रेस टीम का 'एरिया कमेटी मेंबर' था। पुलिस ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सली दंपती पर कई मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, लूट और नक्सल गतिविधियों के आरोप शामिल है।