नईदुनिया प्रतिनिधि, जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर और नारायणपुर जिले के उत्तरी अबूझमाड़ क्षेत्र में शनिवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में पांच नक्सली मारे गए। मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा चुकी है। पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों पर कुल 28 लाख रुपये का इनाम था।
पुलिस के अनुसार, इस मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में से चार पर 5 लाख रुपये का इनाम था, जबकि मुख्य नक्सली नेता वनोजा मिचा कारम, जो डिवीजनल कमेटी का सदस्य था, पर 8 लाख रुपये का इनाम था। इसके अलावा, मारे गए नक्सलियों में एरिया कमेटी सदस्य सुरेश गावड़े, संतोष कुरचामी, मनीष पद्दा और पुनीता भी शामिल हैं।
घटनास्थल से सुरक्षा बलों ने एक बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की है। इनमें एक सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर), एक इंसास राइफल, दो 12 बोर बंदूक, एक 315 बोर रायफल, एक बीजीएल लांचर और भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री शामिल है।
कांकेर एसपी आई.के. एलसेला ने बताया कि यह मुठभेड़ उत्तर अबूझमाड़ क्षेत्र में हुई, जहां सुरक्षा बलों ने नक्सलियों की गतिविधियों के बारे में सूचना मिलने के बाद शनिवार सुबह कांकेर, नारायणपुर और दंतेवाड़ा के डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी), स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की संयुक्त टीम भेजी थी। सुरक्षा बलों की टीम जब गश्त पर थी, तो नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया।
यह मुठभेड़ सुबह लगभग आठ बजे शुरू हुई और लगभग चार घंटे तक चली। इसके बाद नक्सली भागने में सफल रहे। मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने नक्सलियों द्वारा लगाए गए दो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज (IEDs) को बरामद कर नष्ट कर दिया।
मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बल के दो जवान, कांकेर डीआरजी के कांस्टेबल हीरामन यादव और बस्तर फाइटर के कांस्टेबल खिलेश्वर गावड़े घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
पुलिस ने घटनास्थल पर मिले खून के धब्बों के आधार पर यह दावा किया है कि मुठभेड़ में कई और नक्सली मारे गए या घायल हुए हैं। सुरक्षा बलों का कहना है कि नक्सलियों के खिलाफ यह ऑपरेशन एक महत्वपूर्ण सफलता है, और इलाके में सुरक्षा स्थिति में सुधार की उम्मीद है।