दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में आठ साल पहले हुई भाई की मौत का बदला लेने के लिए राजीव नगर निवासी अनिल साहू (25) ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही मोहल्ले में रहने वाले दादू देशमाने (26) की हत्या कर दी। आरोपियों ने चाकू मारने के बाद उसके सिर पर पत्थर पटककर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। जानकारी मिलते ही दादू के परिवार वालों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। दुर्ग कोतवाली पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या की धारा के तहत कार्रवाई की है।
पुलिस ने बताया कि राजीव नगर दुर्ग निवासी दादू देशमाने सोमवार की रात को मठपारा चंडी मंदिर के पास माता की चुनरी का कार्यक्रम देखने के लिए गया था। वहां पर आरोपी अनिल साहू ने अपने दो साथियों राजीव नगर दुर्ग निवासी किशन यादव (22) और पाऊवारा उतई निवासी विशाल देवांगन उर्फ गोलू (24) के साथ मिलकर दादू की हत्या कर दी थी।
जांच में पता चला कि वर्ष 2016 में दादू देशमाने तीन लोगों को लेकर नागपुर गया था। उनमें अनिल साहू का भाई रवि साहू उर्फ मंदू उर्फ छोटू भी शामिल था। नागपुर में ही रवि की चलती ट्रेन से गिरकर मौत हो गई थी। उस मामले में दादू पर आरोप लगा था कि उसने रवि को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया था।
नागपुर पुलिस ने दादू को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन वो बरी हो गया था। फिर भी अनिल अपने भाई की मौत के लिए दादू को जिम्मेदार मानता था और उससे रंजिश रखता था। सोमवार की रात को दादू को अकेला पाकर आरोपियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
आवेश में आकर दादू को चाकू और पत्थर से मारकर लहूलुहान करने के बाद आरोपी अनिल साहू देर रात करीब 12:45 बजे उसके घर गया। आरोपी ने उसकी मां शकुंतला देशमाने और पत्नी करुणा देशमाने को बताया कि उसने और उसके साथियों ने मिलकर दादू को बहुत मारा है। जिसके बाद उसके परिवार वाले मठपारा पहुंचे तो वहां पर दादू औंधे मुंह पड़ा हुआ था। आसपास काफी खून बिखरा था। उसे फौरन अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। दादू के दो बच्चे भी हैं।