दुर्ग की शिवनाथ नदी में 2 लाख 4 हजार 346 क्यूसेक पानी छोड़ा, बाढ़ का खतरा
जल प्रवाह को ध्यान में रखते हुए जल संसाधन विभाग ने सभी संबंधित विभागों से उचित कदम उठाने कहा गया है। अत्यधिक वर्षा के कारण तांदुला नहर से खरीफ सिंचाई हेतु दी जा रही जल आपूर्ति को बंद कर दिया गया है। शिवनाथ नदी पर पुलगांव में पुराना पुल डूब गया है।
By Navodit Saktawat
Publish Date: Tue, 10 Sep 2024 06:51:22 PM (IST)
Updated Date: Tue, 10 Sep 2024 06:58:45 PM (IST)
दुर्ग में शिवनाथ नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। HighLights
- कई स्थानों से आने वाला जल प्रवाह शिवनाथ नदी में मिल रहा है
- महमरा एनीकट का जलस्तर 10 फीट तक ऊपर पहुंच चुका है।
- रात तक शिवनाथ नदी के जल स्तर में और वृद्धि हो सकती है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, भिलाई। दुर्ग जिले में सोमवार की रात से मंगलवार की सुबह 11 बजे तक बारिश हुई। इसके बाद शाम को भी जिले के कुछ स्थानों पर बारिश हुई। इसके पानी से शिवनाथ का जल स्तर बढ़ा। वहीं अत्यधिक वर्षा के कारण अलग अलग जलाशयों से 2 लाख 4 हजार 346 क्यूसेक पानी छोड़ने से शिवनाथ नदी उफान पर है और बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
शिवनाथ में माेंगरा जलाशय से 1 लाख 13 हजार 878 क्यूसेक, खट्टोला से 20 हजार 208 क्यूसेक, घुमरिया से 26 हजार 260 क्यूसेक और सूखा नाला से 44 हजार क्यूसेक जल छोड़ा गया है।
इन सभी स्थानों से आने वाला जल प्रवाह शिवनाथ नदी में मिल रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप महमरा एनीकट का जलस्तर 10 फीट तक ऊपर पहुंच चुका है। रात तक शिवनाथ नदी के जल स्तर में और वृद्धि होगी।
शिवनाथ जलसंसाधन मण्डल दुर्ग के अधीक्षण अभियंता एसके पाण्डेय के अनुसार नदी किनारे गांव में मुनादी करा दी गई है और ग्रामवासी को भी नदी के किनारे नहीं जाने कहा गया है।