नईदुनिया प्रतिनिधि, धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के अर्जुनी थाना क्षेत्र में हत्या का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां दो युवकों ने मिलकर एक युवक पर पत्थर से प्राणघातक हमला कर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने इस घटना को छिपाने के लिए मृतक के शव को तालाब में फेंक दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मृतक का शव एक दिन पहले तालाब में मिला था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रार्थी महेन्द्रपुरी गोस्वामी ने 31 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनका बेटा अमितपुरी गोस्वामी घर से अकेला निकला था। अगले दिन, एक नवंबर को सुबह लगभग 10:30 बजे, स्थानीय लोगों ने ग्राम मुजगहन के आबादीपारा के नए तालाब में शव को देखा।
पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकालकर जांच की, जिसके दौरान पता चला कि शव पर कई गंभीर चोटें थीं, विशेषकर सिर के बाएं हिस्से में एक चोट का निशान था। शव के स्थित पर जांच करने के बाद पंचनामा कार्रवाई की गई और इसे विवेचना में लिया गया।
मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें सरकारी अस्पताल धमतरी के डॉक्टरों की टीम ने रिपोर्ट में मृतक की मृत्यु का कारण सिर के बाएं हिस्से में हड्डी फ्रैक्चर और मृत्यु की प्रकृति को हत्या के रूप में बताया। पुलिस ने इस मामले की बारीकी से जांच की और आरोपियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सबूतों और मुखबिर की मदद से शंका के आधार पर आरोपी दीपांशु उर्फ दीप साहू (19 वर्ष) और विकास कुमार साहू (23 वर्ष) को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गई।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मृतक द्वारा घूरकर देखने को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ, जिसके बाद उन्होंने मिलकर मृतक के सिर पर पत्थर से प्राणघातक वार किया, जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद, आरोपियों ने घटना में प्रयुक्त पत्थर को फेंक दिया था, जिसे बाद में दीपांशु से बरामद किया गया। आरोपियों ने यह भी बताया कि घटना के समय पहने कपड़े को नया तालाब के गहरे पानी में फेंक दिया गया था।
पुलिस ने पर्याप्त साक्ष्य जुटाने के बाद दीपांशु उर्फ दीप साहू और विकास कुमार साहू को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया। इस मामले में थाना प्रभारी अर्जुनी निरीक्षक सन्नी दुबे, उनि एलएस मंडलेश्वर, सउनि उत्तम निषाद, प्रआर खोमेन्द्र भारद्वाज, भुनेश्वर साहू, विजय पति, आर. प्रदीप साहू और सायबर से प्रआर. लोकेश नेताम, आर. फनेश साहू, मुकेश मिश्रा सहित थाना अर्जुनी एवं सायबर की टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।