नईदुनिया प्रतिनिधि, धमतरी। भले ही छत्तीसगढ़ सरकार बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की बात करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। मनचलों के खिलाफ सरकार के आदेशों का असर नहीं दिखता, और आए दिन महिलाओं के खिलाफ रेप, हत्या, मर्डर और छेड़छाड़ जैसी घटनाएं सामने आ रही है। ताजा मामला प्रदेश के धमतरी जिले से सामने आया है, जहां एक नाबालिग लड़की ने मानसिक प्रताड़ना और धमकियों से तंग आकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस के अनुसार, यह घटना ग्राम परसतराई की है, जहां 15 वर्षीय भाग्यश्री साहू ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने की कोशिश में है।
मिली जानकारी के अनुसार, भाग्यश्री कक्षा 10वीं की छात्रा थी और लोहरसी के एक निजी स्कूल में पढ़ाई कर रही थी। स्कूल जाते समय गांव का एक शराबी लड़का ने उसे आए दिन छेड़छाड़ करता था। यह लड़का न सिर्फ मानसिक रूप से परेशान करता था, बल्कि उसे धमकियां भी देता था।
वह अक्सर कहता था कि अगर वह स्कूल जाती रही, तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हाल ही में इस लड़के ने भाग्यश्री के घर के बाहर आकर भी धमकी दी थी कि अगर उसने स्कूल जाना नहीं छोड़ा, तो उसे जान से मार देगा।
इन धमकियों से डरकर भाग्यश्री के माता-पिता ने उसे स्कूल भेजना बंद कर दिया, ताकि वह मानसिक दबाव से बच सके। लेकिन घर में बंद रहकर भाग्यश्री और भी अधिक परेशान हो गई थी, और अकेलेपन और डिप्रेशन का शिकार होते चली गई।
घटना के दिन जब उसके माता-पिता खेतों में काम करने गए थे, भाग्यश्री ने अपने कमरे में जाकर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया। दोपहर में जब परिवार के सदस्य घर लौटे तो कमरे में भाग्यश्री की फांसी के फंदे पर झूलती लाश देखकर दंग रह गए। वे उसे तुरंत धमतरी जिला अस्पताल लेकर गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अब पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि नाबालिग आत्महत्या मामले में युवक से पूछताछ की जाएगी।