धमतरी (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सिहावा के छिपलीपारा में चार लोगों ने मिलकर ठेकेदार की हत्या कर दी। ठेकेदार को उधार में दिए गए 12.50 लाख रुपये वापस मांगना भारी पड़ गया। इसी रकम के कारण उसकी हत्या हुई। पुलिस ने बताया कि दो सितंबर को छिपलीपारा लाश मिली थी। लाश की पहचान ग्राम मोदे निवासी ज्योति प्रकाश साहू (33) के रूप में हुई।
पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हत्या का प्रकरण दर्ज कर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाला एवं संदिग्धों से पूछताछ की। तब पता चला कि मृतक ज्योति प्रकाश साहू ठेकेदारी का काम करता था। ब्याज में पैसे देता था। उसने ग्राम सिरसिदा निवासी लोकेश कुमार टोंडरे को भी 12.50 लाख रुपये ब्याज में दिया था। इसके बाद पुलिस ने लोकेश से पूछताछ की।
उसने बताया कि उसकी मोबाइल दुकान है। अपनी दुकान के विस्तार के लिए उसे पैसे की जरूरत थी। नौ माह पूर्व लोकेश टोंडरे ने ज्योति प्रकाश साहू से पार्टनरशिप में दुकान चलाने की बात कहकर 10 लाख रुपये लिए और बिक्री में आधी हिस्सेदारी की बात कही। ढाई माह बाद मृतक 2.50 लाख रुपये और ले लिए। व्यापार में नुकसान होने पर ज्योति प्रकाश ने पार्टनरशीप में नहीं रहने की बात कहते हुए अपना पैसा वापस मांगा। पैसा वापस नहीं होने से 10 प्रतिशत ब्याज देने के लिए लोकेश टोंडरे को बोला।
इसके बाद आरोपित लोकेश ने मृतक को हर महीने एक लाख रुपये देने की बात कही और एक लाख में से 50 हजार रुपये मूलधन में कटौती करने और 50 हजार रुपये को ब्याज के रूप में रखने को कहा। लगातार छह माह तक वह एक लाख रुपये प्रतिमाह देता रहा। मृतक इस राशि को ब्याज समझता था और पूरा पैसा 12.50 रुपये लोकेश टोंडरे से मांगता था।
इससे लोकेश मानसिक रूप से काफी परेशान हो गया। अपने रिश्तेदार मुंगेली निवासी नाबालिग युवक को सारी बात बताकर दो लाख रुपये देने और हत्या करने की बात कही। नाबालिग युवक अपने परिचित ग्राम बोधापारा थाना लालपुर जिला मुंगेली निवासी अमर सिंग और ग्राम सूखाताल थाना लालपुर जिला मुंगेली निवासी प्रदीप कुमार के साथ सिहावा आया।
इसके बाद आरोपित लोकेश टोंडरे मृतक ज्योति प्रकाश साहू को लेकर सिहावा से नगरी रोड में शीतला मंदिर के पास पहाड़ी के नीचे पहुंचा। यहां सुनियोजित साजिश के तहत चारों ने मिलकर क्रिकेट के बैट, फावड़ा मृतक के सिर व चेहरा में गंभीर चोट पहुंचा कर हत्या कर दी।