धमतरी। धान के खराब बीज की शिकायत करने किसान कलेक्टोरेट पहुंचे। उन्होंने कृषि विभाग में शिकायत कर एक कृषि केन्द्र में बेचे जा रहे धान की क्वालिटी पर सवाल उठाया है। खरीदे गए धान के 60 प्रतिशत बीजों में नर्सरी तैयार करने अंकुरण नहीं आ रहे हैं। शिकायत पर दुकानदार किसानों के बीज वापस लेने तैयार नहीं है, ऐसे में पीड़ित किसानों ने इसकी जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
बालोद जिले के गुरूर ब्लाक अंतर्गत ग्राम भानपुरी के किसान रेमन लाल साहू, खुमान सिह और टीकम राम 17 जून को कलेक्टोरेट पहुंचे। यहां कृषि विभाग में शिकायत करने की बात कहते हुए बताया कि सात जून को ये सभी किसान धमतरी पहुंचकर खरीफ धान फसल की रोपाई के लिए नर्सरी तैयार करने धमतरी शहर के एक कृषि केन्द्र से कावेरी 468 नामक बीज की खरीदी की। गांव के चार किसानों ने यहां 10 एकड़ के लिए 90 किलो धान 24300 रुपये में खरीदे। दूसरे दिन घर ले जाकर धान को बोने के लिए कुछ सैंपल अंकुरण के लिए देखा। लंबे समय बाद भी 60 प्रतिशत धान में अंकुरण ही नहीं आया, इससे किसानों की चिंता बढ़ गई। इसकी शिकायत कृषि केन्द्र के संचालक से की, तो उन्होंने कंपनी का हवाला देते हुए उनके कर्मचारी को भेजने की बात कहीं। कंपनी के कर्मचारी गांव पहुंचकर किसानों से मिले, देखा कि बीजों में अंकुरण ही नहीं आ रहा है, इस पर वह भी किसानों को संतोषप्रद जवाब नहीं दिया। आक्रोशित किसान इसकी शिकायत कृषि विभाग से कर खराब बीज की जांच करने मांग की है।
कुछ किसानों के धान को लिया वापस
जब कंपनी के कर्मचारियों को किसानों द्वारा शिकायत करने जाने की जानकारी हुई, तो पैकेट में धान लाए एक किसान के धान को जमा लिया और रुपये वापस किया। जबकि खेतों में छिड़क चुके किसानों की कोई सुनवाई नहीं है। ऐसे में किसान अब उच्च स्तर पर शिकायत करने की तैयारी में है। इस संबंध में कृषि उपसंचालक जीएस कौशल का कहना है कि यदि कृषि केन्द्र वाले खराब बीज किसानों को बेच रहे हैं, तो जांच की जाएगी। यदि जांच में बीज खराब पाया गया, तो संबंधित दुकानों को सील किया जाएगा। खराब बीज व अमानक खाद की जांच के लिए जिले में उड़नदस्ता निरीक्षण कर रहे हैं।