दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा के अरनपुर में बुधवार को हुए नक्सली हमले की पड़ताल करने आज सीआरपीएफ के डीजी डीजी सुजाय लाल थाईसेन दिल्ली से अरनपुर पहुंचे। डीजी के साथ सीआरपीएफ के आईजी साकेत कुमार सहित सीआरपीएफ के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके साथ ही दंतेवाड़ा डीआईजी कमलोचन कश्यम घटना स्थल पहुंच जांच में जुटे हुए है। कंहा हुई चूक, नक्सली कैसे इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने में सफल हुए, इन सभी सवालों के जवाब अब सीआरपीएफ और पुलिस दोनों ढूंढ रही है। डीजी सीआरपीएफ घटना स्थल का दौरा करने के बाद अरनपुर कैम्प में सीआरपीएफ जवानों से भी मुलाकात कर रहें है। अरनपुर में घटना के तीसरे दिन भी सड़क पर खामोशी देखी जा सकती है। जवानो के द्वारा ब्लास्ट से सड़क पर हुए गड्ढे को जवानो ने भरवा दिया है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा इलाके में खतरनाक वारदात को अंजाम देने के लिए नक्सलियों ने सड़क के नीचे सुरंग खोदी थी। इसके नीचे ही नक्सलियों ने 50 किलो का आइइडी यानि इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस लगाया था। सूत्रों का कहना है कि नक्सली आमतौर पर ऐसे ही हमलों को अंजाम देने की दिशा तय करते हैं। वे आइइडी लगाकर मौके की तलाश करते रहते हैं। वहीं बुधवार को भी नक्सलियों को सुरक्षा बलों के वाहन को विस्फोट से उड़ाने का बेहतर अवसर मिल गया और उन्होंने डीआरजी जवानों को अपना निशाना बना लिया। सुरक्षा बलों का काफिला उसी स्थान से गुजरा जहां नक्सलियों ने आइइडी लगाया था।
बुधवार को अरनपुर क्षेत्र में नक्सलियों ने बड़ी नक्सली हमले को अंजाम दिया था। जिसमें डीआरजी के 10 जवान बलिदान हो गए साथ ही जवानों के साथ शामिल एक ड्राइवर की भी मौत हो गई। वहीं गुरूवार को सभी बलिदानियों को अंतिम विदाई और श्रद्धाजंलि दी गई है। इस हमले के बाद सीएम भूपेश बघेल ने नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाने की बात कही है।