दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा नेंदूर-थुलथुली क्षेत्र में नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में मारे गए 38 नक्सलियों की शिनाख्त कार्रवाई पूरी हो चुकी है। इन नक्सलियों पर कुल 2 करोड़ 62 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
यह मुठभेड़ 3 अक्टूबर 2024 को पूर्वी बस्तर डिवीजन, पीएलजीए कंपनी 6, इंद्रावती एरिया कमिटी, प्लाटून 16 इत्यादि के शीर्ष नक्सलियों की सूचना पर दंतेवाड़ा डीआरजी, नारायणपुर डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम द्वारा की गई। मुठभेड़ के दौरान 31 नक्सलियों के शव, हथियार और अन्य सामान बरामद किए गए थे।
पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय ने बताया कि मुठभेड़ में शामिल नक्सलियों की पहचान की गई है। इनमें 1 डीकेएसजेडसी, 1 सीवाईपीसी कमांडर, 4 डीवीसीएम, 18 पीएलजीए कंपनी नंबर 6 सदस्य और अन्य शामिल हैं।
इनके खिलाफ दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर और कोंडागांव में 250 से अधिक अपराध पंजीबद्ध हैं। इनमें 61 पुलिस-नक्सली मुठभेड़, 11 कैंप अटैक, 17 आईईडी ब्लास्ट, 9 आगजनी और 3 पोलिंग बूथ पर हमले जैसी गंभीर घटनाएं शामिल हैं। इन घटनाओं में 26 आम नागरिक घायल, 23 की हत्या और 28 पुलिस जवान शहीद हुए हैं।
दंतेवाड़ा एसपी ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए 38 नक्सलियों की सूची में प्रमुख नक्सली नेता भी शामिल हैं। इनमें 25 लाख रुपये की इनामी नीति उर्फ उर्मिला, 10 लाख रुपये की इनामी नंदू मंडावी और 8 लाख रुपये के इनामी सुरेश सलाम उर्फ जानकू शामिल हैं। इन नक्सलियों के खिलाफ कई गंभीर अपराधों के केस दर्ज हैं।
दंतेवाड़ा एसपी ने कहा कि इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा स्थापित की जा सके। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने नक्सली संगठनों को चेतावनी दी है कि उनके पास अब हिंसा छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील की है।