Vande Bharat Express: बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। देश की छठवीं और मध्य भारत की पहली वंदे भारत ट्रेन को लेकर लोगों में उत्साह दिखा। नागपुर से लेकर बिलासपुर तक छोटे स्टेशनों को सभी जगह ट्रेन का स्वागत किया गया। ट्रेन पहुंचते ही ढोल-ताशे बजते हुए जनप्रतिनिधि से लेकर आम नागरिकों ने चालक व सहायक चालक का माला पहनाकर स्वागत किया। ट्रेन को भी फूल-माला पहनाया गया। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में रंगारंग सांस्कृतिक के साथ यात्रियों का स्वागत हुआ। इस दौरान भारत माता की जय और जय श्रीराम की गूंज भी सुनाई दी।
नागपुर रेलवे स्टेशन में पीएम मोदी के हरी झंडी दिखाते ही ट्रेन सुबह 9:45 बजे रवाना हुई। इसके बाद कामटी, इतवारी, आमगांव समेत गोंदिया, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, सरस्वती नगर, रायपुर, तिल्दा, बिल्हा व दाधापारा समेत अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों में ट्रेन दो से पांच मिनट स्र्की। स्टेशनों में जनप्रतिनिधियों के अलावा बड़ी संख्या में नागरिक पहुंचे थे। उत्साह का माहौल था। मानों कोई त्योहार हो। लोग ट्रेन में चढ़कर फोटो खींचते नजर आए। इस उत्साह भरे माहौल में शाम 5:15 बजे ट्रेन जोनल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात पर खड़ी हुई।
आम यात्रियों के अलावा बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों व शहरवासियों ने फूल-माला से ट्रेन का स्वागत किया। पूरा स्टेशन ढोल-ताशे की आवाज से गूंजता रहा है। काफी देर तक ट्रेन के सामने और अंदर जाकर फोटो खिंचाने वालों की भीड़ लगी रही। बिलासपुर रेलवे स्टेशन में इस ट्रेन के स्वागत में रंगारंग कार्यक्रम भी हुआ। स्वागत गीत के साथ छतीसगढ़ का प्रसिद्ध रावत नाच, राज्य गीत जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मैया व अन्य छत्तीसगढ़ी गीतों के साथ ही कथक, भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी गई।
इसके अलावा रेलवे स्कूल व स्काउट-गाइड के बच्चों व रेलवे कल्चरल टीम ने कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए। ट्रेन से पहुंचे यात्रियों को गुलाब दिया गया। बच्चों को चाकलेट देकर स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। इस दौरान लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर एवं टिकट चेकिंग स्टाफ का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व बिलासपुर के सांसद अरुण साव, विधायक धरम लाल कौशिक, विधायक रजनीश सिंह समेत रेलवे के अपर महाप्रबंधक विजय प्रताप सिंह, मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पांडेय सहित अतिथियों द्वारा स्वागत किया गया। महापौर रामशरण यादव भी मौजूद थे।
पलकें बिछाए करते रहे इंतजार, छत व खिड़कियों से तस्वीर की कैद
वंदे भारत एक्सप्रेस के इंतजार में लोग पलकें बिछाए रहे। नागपुर से लेकर बिलासपुर तक रेल लाइन के किनारे स्थित घरों की छत व खिड़कियों से लोग ट्रेन की तस्वीर व वीडियो बनाते रहे। इतना ही नहीं रेलमार्ग पर पड़ने वाले ओवरब्रिज से लेकर फाटक पर लोगों के कदम थम गए और सभी इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन की तस्वीर कैद करते नजर आए। कई जगहों पर उत्साहित भीड़ ट्रैक पर आकर खड़ी हो गई थी।
130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली ट्रेन
वंदे भारत एक्सप्रेस सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। इसके अनुरूप 130 किमी प्रति घंटे की गति से चली। जिस रेल मार्ग से ट्रेन गुजरी उस क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों के लिए यह किसी रोमांच से कम नहीं था। हालांकि बीच में ट्रेन की गति 127 और 129 किमी प्रति घंटे भी रही। ट्रेन की इसी गति के कारण अब बिलासपुर से नागपुर की दूरी 5:30 घंटे में पूरी हो जाएगी।
ट्रेन एक नजर में
कोच संख्या --- 16
श्रेणी (चेयरकार) --- 14
श्रेणी (एग्जीक्यूटिव) --- 02
यात्रियों की बैठक क्षमता --- 1128
ट्रेन का वजन --- 392 टन
ऊर्जा बचत --- 15 प्रतिशत
गति --- 130 किमी प्रति घंटा
ये हैं विशेषताएं
- 52 सेकंड में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकती है
- 180 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से चल सकती है
- वाई-फाई कंटेंट आन डिमांड सुविधा
- यात्रियों को सूचना देने एवं मनोरंजन के लिए प्रत्येक कोच में 32 स्क्रीन
- पर्यावरण के अनुकूल
- ट्रैक्शन मोटर की धूल रहित स्वच्छ एयर कूलिंग
- यात्रा अधिक आरामदायक
- एक्जीक्यूटिव श्रेणी के यात्रियों को साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा
- एक्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटें
- हवा के माध्यम से आने वाले कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस आदि से मुक्त
- स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली