Bilaspur News: विज्ञान माडल के माध्यम से शहर व प्रदेश के बाल वैज्ञानिकों ने विदेशों में चल रहे जंग को खत्म करने का दिया संदेश
बिलासपुर के केशव सूर्यवंशी के नैनो टेक्नोलाजी राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। हेमंत साहू के रसायन प्रयोग में देश भर में तीसरा स्थान मिला है।
By Manoj Kumar Tiwari
Edited By: Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Fri, 10 Nov 2023 08:50:18 AM (IST)
Updated Date: Fri, 10 Nov 2023 08:50:18 AM (IST)
HighLights
- शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस आज
- विज्ञान का प्रयोग लोगों की सहायता के लिए करें
- देशभर में कैशव ने किया नाम रौशन
बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। 10 नवंबर को शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस मनाया जाता है। नई पीढ़ी के छात्राओं के मन में वैज्ञानिक बनने की रूची में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। यही वजह है कि बिलासपुर समेत प्रदेश के बाल वैज्ञानिकों ने अपने विज्ञान माडल के माध्यम से विदेशों में चल रहे जंग को खत्म करने व विश्व में शांति व विकास पर काम करने का संदेश दिया।
इस पर बाल वैज्ञानिकों का माडल का राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ है। साथ ही पुरस्कृत भी हुए हैं। अब छात्र अपने माडल के माध्यम से विश्व में कैसे शांति व विकास लाया जा सकता है, इसके बारे में आम जनता को जागरूक कर रहे हैं। पंजाब के अमृतसर में देशभर के सरस्वती शिशु मंदिरों के बाल वैज्ञानिक 11 जून से शामिल हुए। इनके बीच शांति और विकास को थीम बनाते हुए अपने-अपने माडल प्रस्तुत करने की कड़ी प्रतिस्पर्धा थी।
जिसमें छत्तीसगढ़ के पांच वैज्ञानिकों को पहला पुरस्कार मिला। वहां से अमरकंटक एक्प्रेस ट्रेन से लौटते समय बाल वैज्ञानिकों ने यात्रियों को बताया कि शांति और विकास के लिए विश्व विज्ञान दिवस समाज में विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। देश काल और समाज की जरूरत के अनुसार तत्कालिक उभरते वैज्ञानिक मुद्दों पर बहस में आम लोगों को शामिल होने की जरूरत है।
यह दैनिक जीवन में विज्ञान के महत्व और प्रासंगिकता को भी रेखांकित करता है। अमरकंटक एक्सप्रेस में छत्तीसगढ़ के विभिन्न सरस्वती शिशु मंदिरों के साथ बाल वैज्ञानिक 9 नवंबर को बिलासपुर और रायपुर की यात्रा कर रहे थे। इन बाल प्रतिभाओं को 10 नवंबर को आयोजित किए जाने वाले विज्ञान दिवस की जानकारी थी। इन सभी बच्चों ने अमृतसर में हुए नेशनल कॉन्टेस्ट में शांति और मनुष्य की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग थीम पर माडल बनाए थे।
विज्ञान का प्रयोग लोगों की सहायता के लिए करें
बाल वैज्ञानिकों का कहना है कि स्कूलों में हिंदी विषय में विज्ञान वरदान है या अभिशाप। इस पर निबंध लिखने को प्रेरित किया जाता है। वहीं विज्ञान के टीचर्स के द्वारा इस निबंध को प्रैक्टिकली सार्थक बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। सभी ने लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नई संभावनाओं के आधार पर माडल पेश किए थे। नए वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए आईडियाज ने नेशनल एवार्ड जीते हैं।
वैज्ञानिकों ने बिजली से लेकर मोबाइल तक उपयोगी हजारों सुविधाएं मनुष्य को दी हैं। लेकिन परमाणु बम लेसर मिसाइल की खोज मनुष्य हित में नहीं रही। यह नकारात्मक पक्ष हुआ। सभी वैज्ञानिकों को पॉजिटिव सोच के साथ विज्ञान को मनुष्यता के लिए उपयोगी साबित बनाना चाहिए।
देशभर में कैशव ने किया नाम रौशन
बिलासपुर के केशव सूर्यवंशी के नैनो टेक्नोलाजी राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। हेमंत साहू के रसायन प्रयोग में देश भर में तीसरा स्थान मिला है। इसके साथ खास यह है कि देश भर के 11 जोन के सैकड़ों वैज्ञानिक प्रतिभाओं के माडल शांति सुरक्षा को लेकर बनाए गए थे। हेमंत साहू ने रसायन विज्ञान के जटिल समीकरणों को सरलतम रूप में प्रयोग द्वारा समझाया।
उनका दैनिक जीवन में सार्थक उपयोग को को समझाया। हेमंत ने कुल 11 टापिक के साथ तैयारी की थी। इनके साथ डोंगरगढ़ स्कूल के बल वैज्ञानिक भोले शंकर लोधी और सरस्वती शिशु मंदिर सुभाष नगर अंबिकापुर के बाल वैज्ञानिक अरनव राय और रितिक पटेल भी थे। जिनके माडलों ने पहला स्थान अर्जित किया है।