बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। महामंडलेश्वर स्वामी शारदानंद के चिरनिंद्रा में जाने के बाद सोमवार को उत्तर प्रदेश के मैनपुरी स्थित एकसानंद आश्रम में अंतिम दर्शन का कार्यक्रम रखा गया था। इसमें देशभर के उनके अनुयायी शामिल हुए। बिलासपुर से भी बड़ी संख्या में शिष्य पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रयागराज आश्रम में रह रहे स्वामी शारदानंद महाराज के पेट में काफी समय से शिकायत थी। इसका इलाज कराने के लिए वे अपने भक्तों के साथ रविवार को नईदिल्ली स्थित मेदांता हास्पिटल पहुंचे थे। यहां डाक्टरों ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। साथ ही उन्होंने बिस्तर में बैठकर ही डाक्टरों को सारी समस्या बताई। इसके कुछ देर बाद ही उनका निधन हो गया। जैसे ही स्वामी के आत्मा में लीन होने की खबर आई देश के अलावा विदेश में रह रहे उनके शिष्यों में शोक की लहर छा गई।
अंतिम दर्शन का कार्यक्रम उनके गृह ग्राम मैनपुरी में रखा गया था। सोमवार सुबह से ही बड़ी संख्या में उनके अनुयायी पहुंचने लगे थे। सुबह 11 बजे उनके पार्थिव देह को दर्शन के लिए रखा गया। इसके पहले शहर में शोभायात्रा का आयोजन किया गया।
बिलासपुर से भी बड़ी संख्या में शिष्य पहुंचे हुए थे। इनमें शिवकुमार अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, सुरेश गोयल, ब्रजेश अग्रवाल, हर्षवर्धन अग्रवाल, गिरधारी अग्रवाल, प्रवीण शुक्ला, विशेश्वर पटेल, संकल्प शुक्ला, दिनेशचंद्र पांडेय, सत्यनारायण पांडेय, हर्ष द्विवेदी, सुनील अग्रवाल, महेश अग्रवाल व अवधेश द्विवेदी शामिल रहे।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल ने जताया शोक
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि महामंडलेश्वर स्वामी शारदानंद सरस्वती के निधन के दुखद समाचार से मन को अत्यधिक गहरा दुख पहुंचा है। स्वामी शारदानंद सरस्वती ने अपना संपूर्ण जीवन अध्यात्म एवं धर्म के लिये समर्पित किया है। उनका देवलोकगमन सभी के लिये अपूर्णीय क्षति है। स्वामी शारदानंद सरस्वती के प्रदेश में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं।
केंदई स्थित स्वामी भजानंद आश्रम में उनके द्वारा हर वर्ष आदिवासी जोड़ो का विवाह एवं यज्ञ का बड़ा आयोजन कराया जाता था, जिसमें सैकड़ों की संख्या में अनुयायी उपस्थित होते थे। कौशिक ने कहा कि स्वामी शारदानंद सरस्वती के निधन की खबर से उनके अनुयायियों में शोक की लहर है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने इस दुख की घड़ी शोकाकुल स्वजन को धैर्य व संबल प्रदान करें ऐसी ईश्वर से प्राथना की है।