Smart City Bilaspur : बिलासपुर। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अब सफाई की मॉनिटरिंग और कड़ी की जा रही है। मोहल्ला या गली नहीं अब हर घर की निगरानी होगी। वर्तमान में घर-घर से कचरा उठाने का काम चल रहा है। इसकी मानिटरिंग करने के लिए हर घर में बार कोड लगाया जाएगा। जैसे ही घर के सामने से सफाई गाड़ी गुजरेगी,वह बार कोड को स्कैन करके डाटा सेंट्रल सर्वर को भेज देगी। अगर सफाई कर्मी किसी घर में कचरा उठाने के लिए नहीं पहुंचा तो यही बार कोड उनके लापरवाही को उजागर कर देगा।
न्यायधानी में डोर टू डोर कचरा उठाने से लेकर नाइट स्वीपिंग,सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट समेत अन्य काम चल रहे हैं। इसके बाद भी कई मोहल्लों में सफाई नहीं होने की शिकायत निगम कार्यालय तक पहुंच जाती है। ऐसे में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अब निगरानी व्यवस्था में तकनीक का सहारा लिया जा रहा है जिसमें मॉनिटरिंग सिस्टम में बदलाव होने जा रहा है। निगम ने इसके लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लेने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में अब हर घर में एक विशेष तरह का बार कोड लगाया जाएगा।
घर-घर से कचरा उठाने वाली गाड़ी जैसे ही कचरा लेने के लिए घर पहुंचेगी तो इस बार कोड को स्कैन करते हुए आगे बढ़ेगी। इसकी पूरी जानकारी गाड़ी में लगी विशेष मशीन सीधे निगम के सेंट्रल सर्वर में भेज देगी। अगर लापरवाही करते हुए कोई सफाई कर्मी किसी घर को छोड़ता है तो यही बार कोड उनकी पोल खोल देगा। सेंट्रल सर्वर में बैठे अधिकारी उनकी लापरवाही को कार्यालय में बैठे-बैठे ही पकड़ लेंगे और फिर से उन्हें कचरा लेने के लिए संबंधित घर भेज देंगे। इस तकनीक से सफाई व्यवस्था की निगरानी और पुख्ता होने की उम्मीद की जा रही है। प्रदेश में यह पहला अवसर है जब कोई नगरीय निकाय सफाई व्यवस्था की निगरानी के लिए इस तरह की व्यवस्था कर रहा है।
नुक्कड़,चौक-चौराहे होंगे साफ
घरों से निकलने वाला कचरा ही नुक्कड़ और चौक-चौराहों में जाता है। माना जा रहा है कि अगर निगम का अमला घरों से कचरा सीधे उठा लेगा तो नुक्कड़ों में कोई कचरा फेंकने नहीं जाएगा।
शहर से कचरा उठाने का सिस्टम
शहर से रोज 180 टन कचरा निकलता है। इसमें ज्यादा हिस्सा घरों से निकलने वाले कचरे का है। निगम के बार डोर टू डोर कचरा उठाने के लिए 56 गाड़ियां मौजूद हैं। इन सब में ही विशेष तकनीक वाली मशीन लगेगी। इसके अलावा जहां कचरे को तौला जाता है और प्रोसेस होता है,वहां भी कैमरे लगाकर मानिटरिंग की जाएगी।
शहर में डोर टू डोर कचरा उठाने का सिस्टम चल रहा है। हमारे कर्मचारी इसकी निगरानी करते हैं,लेकिन हर गली या मोहल्लों की मानिटरिंग करना संभव नहीं है। ऐसे में हम तकनीक का सहारा लेकर हर घर की मानिटरिंग करेंगे। इसके लिए सभी जगह पर बार कोड लगाया जाएगा। विशेष मशीन इसकी स्कैन करके डाटा सेंट्रल सर्वर में भेजेगी। इस तकनीक से हम यह तय कर सकते हैं कि कौन-कौन से घर में गाड़ी कचरा उठाने के लिए पहुंची और कहां नहीं पहुंची। इससे सफाई सिस्टम की निगरानी और पुख्ता होगी।
- प्रभाकर पांडेय, आयुक्त नगर निगम