सावन मास 2024: 22 जुलाई को पहला सावन सोमवार, तैयारी में जुटे भगवान शिव के भक्त
इस बार सावन के महीने में कई अद्भुत संयोग बन रहे हैं। इस बार सावन के कृष्ण पक्ष में दो सोमवार और शुक्ल पक्ष में तीन सोमवार पड़ रहे हैं, जो भक्तों के लिए अत्यंत लाभकारी माने जा रहे हैं। यह संयोग भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाएगा।
By Dhirendra Kumar Sinha
Publish Date: Tue, 09 Jul 2024 07:43:27 AM (IST)
Updated Date: Tue, 09 Jul 2024 10:09:26 AM (IST)
कालजयी मंदिर बिलासपुर। HighLights
- इस साल 22 जुलाई को पहला सावन सोमवार
- शिवालयों में गूंजायमान होगा हर-हर महादेव
- बिलासपुर के प्रमुख शिव मंदिर, जहां पहुंचेंगे भक्त
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। सावन का महीना भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के लिए समर्पित होता है। सावन का महीना भोलेनाथ को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाने के लिए उत्तम माना गया है। बिलासपुरवासी प्रतिवर्ष भगवान शिव की भक्ति में लीन होकर इस महाउत्सव में शामिल होते हैं। इस साल 22 जुलाई को पहला सावन सोमवार मनाया जाएगा।
शिव मंदिर शंकर नगर के पुजारी पंडित रमेश तिवारी का कहना है कि 22 जुलाई से सावन का पहला सोमवार मनाया जाएगा। सावन का समापन 19 अगस्त को होगा। इस साल चार के बजाए पांच सावन सोमवार होंगे। बिलासपुर के प्रसिद्ध शिवालयों में सावन के दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। शिव भक्त विशेष रूप से बिलासपुर के शिवालयों में जाकर पूजा-अर्चना करेंगे। यहां भक्तों के लिए विशेष आयोजन किए जाएंगे, जिसमें भजन-कीर्तन और रुद्राभिषेक शामिल हैं।
मंगला गौरी व्रत और मासिक शिवरात्रि
सावन के महीने में मंगला गौरी व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत 23, 30 जुलाई और 6, 13 अगस्त को रखा जाएगा। मासिक शिवरात्रि तीन अगस्त को मनाई जाएगी। इन व्रतों और त्योहारों के दौरान भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना करेंगे।
रक्षा बंधन का पर्व सावन पूर्णिमा को
सावन के महीने की पूर्णिमा में भाई-बहन के पवित्र पर्व रक्षा बंधन है। 19 अगस्त को रक्षा बंधन मनाया जाएगा, जिसमें बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।
प्रमुख शिव मंदिर, जहां पहुंचेंगे भक्त
00 देवरानी-जेठानी (रुद्र-शिव) मंदिर, तालागांव
00 बूढ़ा महादेव, रतनपुर
00 पातालेश्वर महादेव, मल्हार
00 चांटीडीह शिव मंदिर
00 अष्टमुखी शिव मंदिर, मध्यनगरी
इस माह विशेष मुहुर्त
विवरण मुहूर्त
विवाह 09 से 15 तक
मुंडन 08 एवं 12
अन्नप्रासन 12 एवं 24
गृह प्रवेश 31