बिलासपुर। Sarva Dharma Prarthana: महामारी का यह दौर एक मुश्किल वक्त लेकर आया। संक्रमण ने न केवल लोगों को बीमार किया बल्कि कई परिवारों से उनके अपनों को छीन लिया। किसी ने परिवार की डोर थामने वाला अपना मुखिया खोया तो कोई बुढ़ापे में साथ निभाने वाली पीढ़ी के साथ से हमेशा के लिए वंचित हो गया। आज भी कई लोग इस महामारी की मार से जूझ रहे हैं।
अस्पतालों में अभी भी कई लोग जल्दी स्वस्थ होकर घर जाने की जद्दोजहद में हैं तो कई घरों के दरवाजे इस उम्मीद से खुले हैं कि अस्पताल में जो उनके अपने हैं वे सकुशल घर आएंगे। जो संक्रमण से जंग लड़ रहे हैं और जो अब इस दुनिया से हमेशा के लिए विदा हो चुके हैं, उनके लिए नईदुनिया सर्व धर्म प्रार्थना आयोजित कर रहा है जो 14 जून की सुबह 11 बजे आयोजित होगी।
संवेदना व्यक्त करने का अवसर
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कइयों ने अपने स्वजन, मित्र के साथ ही जान पहचान वालाें को खोया है। संक्रमित अभी भी होम आइसोलेट होकर या फिर अस्पताल में कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। पहली और दूसरी दोनोेें ही लहर में कोरोना वारियर्स ने साहस और हिम्मत के साथ काम किया। संक्रमितों के मन में आत्मविश्वास जगाने का काम किया। नईदुनिया ने एक अवसर उपलब्ध कराया है।
हम सबको 14 जून को सुबह 11 बजे दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि दें, अस्पताल में इलाज करा रहे संक्रमितों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ और कोरोना वारियर्स के स्वास्थ्य के प्रति कामना भी करें। सुबह 11 बजे हम जहां भी रहे वहीं खड़े होकर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित करें।
डा.सारांश मित्तर-कलेक्टर
दिवंगत आत्मा को दें सच्ची श्रद्धांजलि
संक्रमण की दूसरी लहर ने हर तरफ तबाही मचाई है। लोगों की दिनचर्या भी बदल कर रख दिया है। कोरोना ने कइयों को ऐसा दर्द दिया है जो मिटाए नहीं मिट सकता। स्वजन, ईष्ट मित्र और परिचित छीन लिए। अथाह पीड़ा और कभी ना मिटने वाला सुनापन। आक्सीजन सिलिंडर के लिए लोगों को भटकते भी देखा। इलाज के लिए समय पर अस्पताल में बेड ना मिलने के कारण भी लोग समय से पहले साथ छोड़कर चले गए।
भयावह दौर में वह सब कुछ देखा जिसकी कल्पना कभी नहीं की थी। मौत का भयावह आंकड़ा। श्मशान घाट में जगह की कमी। हर तरफ बेचैनी और भय का माहौल। नईदुनिया ने सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया है। हम सबको इस दिन सुबह 11 बजे जहां भी रहे दो मिनट खड़े होकर मौन धारण कर दिवंगत आत्म के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करें।
संदीप दुबे-अध्यक्ष,विधि विभाग,पीसीसी छग
स्वजनों का बढ़ेगा आत्मबल
कोरोना संक्रमण के कारण जिन्होंने अपने स्वजन खोए हैं। उनके प्रति हम सबकी गहरी संवेदना होनी चाहिए। उनकी पीड़ा तो हम कभी मिटा नहीं सकते पर कम जरूर कर सकते हैं। संवेदन व्यक्त करने के अवसर पर हम सबको संवेदनशील होकर आगे आना चाहिए। समाज, व्यक्ति व समूह। ऐसा कोई नहीं जिसे कोरोना ने दर्द ना दिया हो। किसी ने अपना स्वजन खोया तो कइयों ने अपने जान पहचान,परिचित और मित्रों को खो दिया है।
दुख सबका बराबर है। कोरोना ने लोगाें को ऐसी पीड़ा दी है जो कभी मिटाए नहीं मिट सकती। कमी भी पूरी नहीं हो सकती। संवेदना के शब्दाें से हम अपनेपन का बोध जरूर करा सकते हैं। नईदुनिया ने 14 जून को सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया है। इस दिन सुबह 11 बजे दो मिनट का मौन धारण कर अपनी सच्ची श्रद्धांजलि व्यक्त करें।
अमर अग्रवाल-पूर्व मंत्री,छग शासन
संक्रमितों का बढ़ाएं आत्मबल, जल्द हाें स्वस्थ
कोविड-19 ने देश और दुनिया के लिए संकट बनकर सामने आया है। संकट के इस दौर का हम सबने मिलजुलकर मुकाबला किया है। जरूरतमंदों का बढ़चढ़कर सहयोग भी करते रहे। इस महामारी में अपनी जान गंवाने वालों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि भी यही होगी कि हम सब एकजूट होकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए मौन धारण करें। स्वजनों को इस दुख की घड़ी को सहन करने की ईश्वर क्षमता प्रदान करें।
हम सब कामना करें कि पीड़ित परिजनों को इतना साहस और आत्मबल प्रदान करें कि परिजनाें को साथ लेकर चल सकें। कोरोना वारियर्स जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर संक्रमितों की दिन रात सेवा किया। आत्मबल बढ़ाया और कोरोना की जंग जीतने में मदद की। उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना भी हमें मन से करनी है। यह अवसर हम सबको 14 जून को नईदुनिया उपलब्ध करा रहा है। इस दिन सुबह 11 बजे हम जहां भी रहें दो मिनट का मौन धारण कर सच्ची श्रद्धांजलि व्यक्त करें।
अटल श्रीवास्तव
उपाध्यक्ष,पीसीसी छग