
Bilaspur Railway News: अमृत भारत योजना में जिस दिन से बिलासपुर रेलवे स्टेशन का नाम शामिल हुआ शहरवासियों में इस बात को लेकर जिज्ञासा है कि स्टेशन का स्वरूप कैसा होगा। इस स्टेशन के तहत विकसित होने के बाद सुविधाओं का विस्तार कैसा होगा। इसे देखते हुए ही रेल प्रशासन ने प्रस्तावित रेलवे स्टेशन के स्वरूप का माडल तैयार किया है। इस माडल को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिलासपुर रेलवे स्टेशन कितना भव्य होगा। यह वाकई विश्वस्तरीय सुविधाओं से लेस होगा और स्वरूप एयरपोर्ट की तरह होगा।
रेल मंत्रालय की महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देने के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना बनाई गई है। इसी के तहत ही स्टेशन का कायाकल्प होगा। इस योजना को धरातल पर लाने के लिए लगभग 28 एकड़ पर आने वाले 40 से 50 सालों में यात्रियों की संख्या को ध्यान में रख कर कार्य योजना बनाई गई है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन को नया स्वरूप देने की कवायद शुरू हो चुकी है।
दिल्ली की एक कंपनी ने इसकी ड्राइंग डिजाइन भी तैयार की है। नई बिल्डिंग सहित सुविधाओं के विस्तार पर 435 करोड़ खर्च किए जाएंगे। योजना के तहत बिलासपुर शहर के दोनों किनारों पर उचित एकीकरण के साथ स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने तथा शहर को दोनों तरफ से जोड़ने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहा है। स्टेशन भवन की डिजाइन छतीसगढ़ के स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित है।
बिलासपुर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन का सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। वर्तमान में यहां प्रतिदिन लगभग 65,800 यात्रियों का आवागमन होता है। आगामी 40 से 50 वर्षों में यात्रियों की संख्या प्रतिदिन लगभग 80 हजार से एक लाख होगी। माडल में दर्शाया गया है कि स्टेशन में प्रवेश एवं निकास के मार्ग किस तरह अलग-अलग होंगे। जिससे यात्रियों को भीड़ की वजह से परेशानी न हो।
उद्यान : रेलवे स्टेशन में तीन से चार गार्डन का निर्माण किया जाएगा। गार्डन स्टेशन की दोनों तरफ होंगे।
पार्किंग : रेलवे स्टेशन में मुख्य प्रवेश द्वारा पर दोनों ही छोर पर पार्किंग की सुविधा बनाई जा रही है। स्टेशन में किसी भी छोर से प्रवेश करने वाले यात्री को आसानी से पार्किंग की सुविधा मिलेगी।