बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। सनातन धर्म में सिंदूर का विशेष महत्व है। किसी भी धार्मिक कार्य या विशेष पर्व में इसका उपयोग किया जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो सिंदूर में ऐसी गजब की शक्ति है जो बिगड़े काम बना देता है। ठप हो चुके व्यापार को गति देता है। निराश जीवन में खुशी छाने लगती है। परिवार में क्लेश, झगड़ा खत्म हो जाता है। जो स्त्री प्रतिदिन अपने माथे पर सिंदूर लगाती है उस घर में कभी नकारात्मकता नहीं आती।
ज्योतिषाचार्य पंडित वासुदेव शर्मा का कहना है कि यदि आपका व्यापार मंदा चल रहा हो, तो आप एकाक्षी नारियल पर सिंदूर लगाकर उसे लाल कपड़े से बांधकर उसकी पूजा करें। पूजा करते समय मां लक्ष्मी का स्मरण करें। इसके बाद नारियल को व्यवसाय के स्थल पर सुरक्षित रख दें। ऐसा करने से धन से जुड़ी समस्या दूर हो सकती है। प्रतिदिन दुकान में साफ सफाई रखें जिससे की मां लक्ष्मी प्रसन्न् होंगी। ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज तिवारी का कहना है कि हिंदू धर्म में सिंदूर के बिना कोई भी शुभ कार्य संपन्न् नहीं कराया जा सकता। पति की लंबी आयु के लिए विवाहित स्त्रियां सिंदूर से मांग भरती हैं।
कहा जाता है कि जो भी सुहागिन महिलाएं नियमित रूप से अपने मांग में सिंदूर लगाती हैं उनके पति की आयु लंबी होती है। सिंदूर के बिना सुहागिन स्त्री का श्र्ाृंगार अधूरा माना जाता है। इसके अलावा कई तरह के पूजा पाठ में सिंदूर का प्रयोग किया जाता है। पूजा पाठ के दौरान इसका खास महत्व है। गणेश जी को सिंदूर दान करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। ऐसा करने से परीक्षा में सफलता मिल सकती है। यदि भगवान गणेश के चरणों में सिंदूर अर्पित करेंगे तो नौकरी संबंधित समस्या दूर हो सकती है। यही कारण है कि हिंदू परिवारों में सिंदूर को रखने का स्थान भी अलग होता है। इसे खास तरीके से सुरक्षित स्थान में रखा जाता है।