छा गए "गुरु" वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग में पहली बार गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय
टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग इस बात का प्रमाण है कि गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय अपने अकादमिक योगदान के साथ ही सामाजिक गुरुत्तर दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन करते हुए श्रेष्ठता के नित नए सोपान हासिल कर रहा है।
By Manoj Kumar Tiwari
Edited By: Manoj Kumar Tiwari
Publish Date: Fri, 29 Sep 2023 12:52:47 PM (IST)
Updated Date: Fri, 29 Sep 2023 12:52:47 PM (IST)
गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय HighLights
- सभी के प्रयासों से मिली सफलता
- रैंकिंग में 1,799 विश्वविद्यालयों ने लिया हिस्सा
- प्रमुख कार्यों ने दिलाई नई पहचान
CU Bilaspur: उच्च शिक्षा जगत लिए गुरुवार को अच्छी खबर आई। द टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय को पहली बार स्थान मिला। भारत के श्रेष्ठतम 50 विश्वविद्यालयों में शामिल होने कामयाबी मिली। इस रैंकिंग के साथ विश्वविद्यालय अब विश्वपटल पर छा गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग मिलने के बाद बिलासपुर सहित पूरे प्रदेश में हर्ष का माहौल है।
महत्वपूर्ण यह कि विश्व स्तर की इस रैंकिंग व्यवस्था में विश्वविद्यालय 1001-1200 की बैंड में शामिल हुआ है। इस बैंड में 44वीं रैंकिंग से 57वीं रैंकिंग तक के भारतीय विश्वविद्यालय शामिल हैं। विश्वविद्यालय की यह सफलता रोडमैप के अनुरूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने, विश्वविद्यालय में सकारात्मक अकादमिक वातावरण बनाते हुए टीम जीजीवी के रूप में सभी को समन्वित रूप से कार्य में लगाते हुए वांछित लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में किये गए प्रयासों का प्रतिफल माना जा रहा है।
बता दें कि विश्वविद्यालय ने नवोन्मेष एवं परस्पर सहयोग के साथ विश्वविद्यालय को गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक वातावरण जिसमें शिक्षार्थी का समग्र विकास सुनिश्चित हो, इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम सफलतापूर्वक क्रियान्वित किए हैं। अकादमिक गतिविधियों के साथ युवाओं में सेवा और सामाजिक अभिरुचि जगाई गई। इसका परिणाम है कि विश्वपटल में नया कीर्तिमान रचने में सफलता मिली।
रैंकिंग में 1,799 विश्वविद्यालयों ने लिया हिस्सा
द टाइम्स यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 104 देशों के 1,799 विश्वविद्यालय शामिल हुए हैं। दुनिया के विश्वविद्यालयों की रैंकिंग के दृष्टिकोण से यह संख्या सर्वाधिक है। इस रैंकिंग में 15.5 मिलियन शोध प्रकाशनों में से 121 मिलियन साइटेशन का विश्लेषण, 40 हजार शोधार्थियों के सर्वे के माध्यम से किया गया। इस सर्वे में 2500 संस्थानों से 6.8 लाख बिंदुओं पर आंकड़ों का संकलन किया गया।
प्रमुख कार्यों ने दिलाई नई पहचान
राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन। 00 स्वावलंबी छत्तीसगढ़ योजना के माध्यम से छात्रों में कौशल विकास। 00 1200 से अधिक विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाया। 00 छात्रों में सेवा भावना व राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना जगाई। 00 जीजीवी स्वाभिमान थाली (जीएसटी), श्रवण लाइन सेवा (जीएसएल)। 00 राष्ट्रीय सेवा योजना, उन्नत भारत अभियान को सफल बनाया।
नई पहल से सफलता
उद्यमिता एवं स्टार्ट अप की दिशा में इनोवेशन सेंटर, कौशल विकास केंद्र एवं टेक्नालाजी इनेबलिंग सेंटर की स्थापना। दो जी-8 कंपनियों माध्यम से छात्रों द्वारा उत्पादन एवं विपणन की व्यवस्था। 15 से ज्यादा स्टार्टअप प्रारंभ किए हैं। ज्ञान को तकनीकी में बदलने की दिशा में भी अभूतपूर्व प्रगति हुई है, जिसमें 250 से ज्यादा पेटेंट प्राप्त होना। केंद्रीय शोध संस्थान की स्थापना तथा राष्ट्रीय स्तर पर हाल में टेक पंजाब द्वारा आयोजित 70 श्रेष्ठ तकनीकों के प्रदर्शन में पांच तकनीकों का शामिल होना।
कुलपति ने जो कहा वो कर दिखाया
कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने 24 जुलाई 2021 को पदभार ग्रहण करने के उपरांत विभिन्न मंचों एवं अवसरों पर विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय अकादमिक मानचित्र पर स्थापित करने के अपने संकल्प को दोहराया है। इस रैंकिंग में सम्मिलित भारत के 91 विश्वविद्यालयों में श्रेष्ठतम 50 विश्वविद्यालयों की सूची में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के शामिल होने से कुलपति प्रो.चक्रवाल की संकल्पशक्ति एवं उसे धरातल पर साकार करने की क्षमता को दर्शाया।
सभी के प्रयासों से मिली सफलता
छत्तीसगढ़ का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय न सिर्फ राष्ट्रीय अपितु अंतरराष्ट्रीय अकादमिक मानचित्र पर अपनी अमिट छाप छोड़ने में कामयाब रहा है। टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग इस बात का प्रमाण है कि गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय अपने अकादमिक योगदान के साथ ही सामाजिक गुरुत्तर दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन करते हुए श्रेष्ठता के नित नए सोपान हासिल कर रहा है। सभी के प्रयासों से यह सफलता मिली है। प्रो.आलोक कुमार चक्रवाल,कुलपति गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय