बिलासपुर।Corona News in Bilaspur: जुलाई से लेकर अब तक ट्रेन के माध्यम से दूसरे राज्य से आने वाले 82 लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं। कोरोना के खतरनाक रूप डेल्टा प्लस वेरियंट की आशंका को लेकर इन सभी का सैंपल जांच के लिए भुवनेश्वर भेजा गया था। इसमे राहत की बात यह है कि कोई भी डेल्टा प्लस वेरियंट से संक्रमित नहीं मिला है।
मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश के साथ कुछ अन्य राज्य से ट्रेन के माध्यम से यात्रा कर लौटने वालों की कोरोना की आशंका को लेकर रेलवे स्टेशन में कोरोना जांच की जा रही है, ताकि स्टेशन में ही कोरोना मरीज की पहचान कर उनके उपचार की व्यवस्था की जा सके। वहीं इस बीच यह बात सामने आई कि देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस का खतरनाक रूप डेल्टा प्लस वेरियंट सक्रिय हो चुका है।
इसकी चपेट में आने वाले की तीन दिन के भीतर ही हालत गंभीर हो जा रही है। जिनकी बचने की उम्मीद न के बराबर रहती है। डब्ल्यूएचओ ने भी जानकारी दी कि तीसरी लहर के दौरान वायरस का यह खतरनाक रूप कहर मचा सकता है। वहीं इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर जिले में दूसरे प्रदेश से आने वालों की जांच की व्यवस्था की गई है।
इसमें अकेले रेलवे स्टेशन में ही जुलाई से अब तक 82 संक्रमित मिले हैं। ऐसे में इनके डेल्टा प्लस वेरियंट से संक्रमित होने की आशंका को देखते हुए सभी का सैंपल जांच के लिए भुवनेश्वर भेजा गया था। अब सभी की रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें से कोई भी इस खतरनाक वायरस से संक्रमित नहीं मिला है। जो जिले के लिए कोरोना महामारी में बड़ी राहत की बात है।
सिम्स वायरोलाजी लैब से भेजा जाता है सैंपल
बाहर से आने वाले यात्रियों का पहले रेलवे स्टेशन में एंटीजन टेस्ट कीट से कोरोना जांच की जाती है। यदि वे पाजिटिव निकलते हैं तो फिर उनका आरटीपीसीआर सैंपल लिया जाता है, जिसे सिम्स की वायरोलाजी लैब में भेजा जाता है। इसके बाद वायरोलाजी लैब से इन सैंपलों को जांच के लिए भुवनेश्वर भेजा जाता है।