संभागायुक्त व कलेक्टर कार्यालय में लगेंगी छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर
सामान्य प्रशासन विभाग ने प्रदेश स्तर पर निर्देश जारी कर आदेश का तत्काल पालन करने कहा है।
By Yogeshwar Sharma
Edited By: Yogeshwar Sharma
Publish Date: Tue, 02 May 2023 05:48:06 PM (IST)
Updated Date: Tue, 02 May 2023 05:48:06 PM (IST)
बिलासपुर। संभागायुक्त कार्यालय के साथ ही कलेक्टर कार्यालय में जल्द छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा दिखाई देंगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संंबंध में प्रदेशभर के कलेक्टरों व संभागायुक्त को पत्र लिखकर आदेश जारी कर दिया है। खास बात ये है कि राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ महतारी की कौन सी प्रतिमा कार्यालयों में लगाई जानी है इसके लिए प्रिंट भी भेज दिया है। साइज के लिए विभाग प्रमुखों को छूट दी गई है। वे अपनी इच्छानुसार प्रतिमा बनवा सकते हैं। साथ ही दफ्तर में तस्वीर भी लगाई जानी है। सरकारी दफ्तरों में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर लगाने के आदेश के बाद अब प्रदेश के सभी कलेक्टोरेट और संभागायुक्त कार्यालय परिसरों में छत्तीसगढ़ महतारी की आदमकद प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने प्रदेश स्तर पर निर्देश जारी कर आदेश का तत्काल पालन करने कहा है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने प्रदेश स्तर पर निर्देश जारी करते हुए छत्तीगढ़ महतारी की तस्वीर सभी सरकारी दफ्तरों, स्कूलों और कॉलेजों में लगाने कहा है। इस पर कुछ सरकारी कार्यालयों में तस्वीरें लगाई गई थीं, कुछ जगह नवंबर महीने के बाद भी नहीं लगाई गई थी। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से फिर से आदेश जारी कर तस्वीर लगाने की चेतावनी विभाग प्रमुखों को दी थी। इसके बाद अधिकारी हरकत में आते हुए तस्वीरें सरकारी कार्यालयों, स्कूलों में लगवाई थी। अब सामान्य प्रशासन विभाग की अवर सचिव अंशिका ऋषि पांडेय ने प्रदेश स्तर पर फरमारी जारी किया है, जिसमें प्रदेश के सभी कलेक्टोरेट और संभागायुक्त कार्यालय परिसरों में छत्तीसगढ़ महतारी की आदमकद प्रतिमा स्थापित करना है। प्रदेश सरकार ने यह निर्णय हाल ही में लिया है।
प्रतिमा के एक हाथ में हंसिया और दूसरे में धान की बाली
छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। यह कृषि प्रधान राज्य है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ महतारी के हाथों में धान की बाली है और हंसिया दिखाई देता है। इस तस्वीर को देख कर सहज ही अंदाज लगाया जा सकता है कि खेती-किसानी से जुड़ी छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर है। सब के भूख मिटाने वाली अन्नपूर्णा है। इसलिए खेती-किसानी से जुड़ी छत्तीसगढ़ महतारी की राज्य में पूजा-अर्चना की जाती है। किसान फसल से पहले छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा करते हैं।
सरकारी कार्यक्रमों में राजगीत का गायन
राज्य सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि शासकीय कार्यक्रमों में कार्यक्रम शुभारंभ के पहले सबसे पहले राजगीत का गायन किया जाएगा। इसके बाद कार्यक्रम प्रारंभ होंगे। शासकीय कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी से संबंधित राजगीत का गायन किया जाता है। साथ ही तस्वीर पर माल्यार्णण के बाद कार्यक्रम की शुरुआत की जाती है।