बिलासपुर। Bilaspur News: शिवतराई से लगे घोंघा जलाशय को पक्षी विहार बनाने की योजना है। बिलासपुर सांसद अरुण साव की मांग के बाद केंद्रीय वन मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ वन मुख्यालय को पत्र भेजकर प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए कहा है।
इस जलाशय में प्रवासी व स्थानीय को मिलाकर 60 से 70 प्रजाति के पक्षी हैं। महत्वपूर्ण स्थान होने के बाद भी इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। अब उम्मीद जताई जा रही है कि पर्यटक पक्षी विहार का आनंद उठा सकते हैं। पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ कार्यालय से बिलासपुर वनमंडलाधिकारी को निर्देश पहुंचा है।
उनसे निरीक्षण कर सर्वे करने के लिए कहा गया है। सर्वे के दौरान वनमंडलाधिकारी यह जानकारी जुटाएंगे कि जलाशय में कितनी तरह के पक्षी उड़ान भरते हैं। उनके रहवास व भोजन के अलावा पर्यटकों को और क्या- क्या सुविधाएं दी जा सकती हंै। दो से तीन वाच टावर भी बनाए जाएंगे। इसके साथ ही जगह- जगह बोर्ड लगाकर पक्षियों के संरक्षण के बारे में संदेश भी दिया जाएगा। सांसद साव का कहना था कि अचानकमार टाइगर रिजर्व से जुड़े इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में प्रवासी व स्थानीय पक्षी दिखाई देते हैं।
जलाशय के आसपास घना जंगल है। पक्षियों के पहुंचने की एक बड़ी वजह यह भी है। इनमें से कई पक्षी ऐसे हैं जो विलुप्त होने के कगार पर हंै। पक्षी विहार बनाकर उन्हें संरक्षित किया जा सकता है। अभी तक इसे लेकर किसी तरह की पहल नहीं हुई है। 20 एकड़ पर पक्षी विहार आसानी से बनाया जा सकता है।
ये पक्षी भरते हैं उड़ान
इस जलाशय के आसपास 60 से 70 स्थानीय व प्रवासी पक्षियों का डेरा रहता है। इनमें प्रमुख रूप से गोल्डन बर्ड, डाटेड डब, ब्लैक स्टार, हुदहुद, ब्लैक व्हाइट किंगफिशर, ब्लैड डग, ग्रे हार्नविल, जंगली मुर्गा- मुर्गी, उड़न गिलहरी, मयूर, जंगली मैना आदि शामिल हैं।
मिलेगी दूसरे भ्रमण केंद्र की सौगात
घोंघा जलाशय अचानकमार टाइगर रिजर्व के शिवतराई स्थित पर्यटक काटेज से बामुश्किल पांच किमी की दूरी पर है। यदि जलाशय में पक्षी विहार बनता है तो टाइगर रिजर्व पहुंचने वाले पर्यटकों को एक और भ्रमण केंद्र की सौगात मिल जाएगी। टाइगर रिजर्व के साथ-साथ वे इसका भी लुत्फ उठा सकेंगे।
इन्होंने कहा
घोंघा जलाशय में पक्षी विहार बनाने के लिए केंद्रीय वन एंव पर्यावरण मंत्रालय से पत्र आया है। इसमें प्रस्ताव बनाकर भेजने के लिए कहा गया है। सांसद ने इसकी पहल की है। बिलासपुर वनमंडल को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। वनमंडलाधिकारी जल्द ही सर्वे कर प्रस्ताव बनाकर भेजेंगे।
अरुण पांडेय
एपीसीसीएपफ, वाइल्ड लाइफ