बिलासपुर। मस्तूरी विकास खंड के डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल परसदा में अटल टिंकरिंग लैब का उद्धाटन किया गया। नीति आयोग के सहयोग से लैब बनाया गया है। अब यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को विज्ञान से संबंधित जानकारी आसानी से मिलेगी। डीएवी मुख्यमंत्री स्कूल सीजी जोन ई रीजनल आफिसर एके खन्ना ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देश पर लैब शुरू किया गया है। भारत के स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों साइंस से जोड़ा जा रहा है। वे विज्ञान के क्षेत्र में बेहतर भविष्य का निर्माण कर सके।
केंद्र सरकार ने शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए स्कूल संस्थानों को बेहतर करने के लिए और प्रत्येक बच्चों को अधुनिक तकनीकी सक्षमता देने के लिए यह सहायता दे रही है। इस आयोजन में स्थानीय नागरिक और स्कूली छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावक मौजूद रहे। लैब विशेषज्ञ की ओर से स्कूल प्रबंधन को लैब से होने वाले फायदे और लैब की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गई। डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल परसदा में अटल टिंकरिंग लैब की सुविधा मिलने से छात्र-छात्राएं उत्साहित हैं। आयोजन में स्कूल प्रबंधन ने अपने उद्बोधन में कहा कि अटल टिंकरिंग लैब में डीएवी स्कूल के छात्र-छात्राओं के अलावा अन्य स्कूल के छात्र-छात्राएं भी हिस्सा ले सकेंगे।
क्या है अटल टिंकरिंग लैब
अटल टिंकरिंग लैब भारत सरकार की ओर से देश की शिक्षा व्यवस्था में पेराडाइम शिफ्ट लाने के उद्देश्य से लांच की गई है। ताकि छात्र-छात्राओं को अविष्कार, नए विचार और वैज्ञानिक पहलुओं से जुड़ सके। इस लैब के जरिए 3डी प्रिटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स के नए तरीकों से छात्र- छात्राओं को रूबरू होने का मौका मिलेगा। छात्र छात्राओं को प्राथमिक शिक्षा के दौरान ही तकनीक के आधुनिकतम प्रारूप से जुड़ने का मौका आसानी से मिल सके।
अटल टिंकरिंग लैब को स्थापित करने का सुझाव भारत के नीति आयोग ने केंद्र सरकार को दिया था। जिसके बाद इस लैब को देशभर के स्कूलों में पहुंचाने का काम किया जा रहा है। ताकि बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के दौरान ही तकनीकी रूप से मजबूत किया जा सके।